सीएनएन  सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित सातवें दीक्षांत समारोह में 1424 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा एक आजीवन यात्रा है। उन्होंने कहा कि ग्रेजुएशन के बाद छात्रों का नया जीवन शुरू हो रहा है, जो उनके भविष्य की नई सीढ़ी होगा।

कोविंद ने कहा, “भारत तेजी से विकसित देशों की श्रेणी में शामिल हो रहा है। देश के विकास में योगदान देने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए निरंतर सीखना आवश्यक है।” उन्होंने यह भी बताया कि स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली अधिकांश छात्राएं हैं, जो महिला सशक्तिकरण का सकारात्मक संकेत है।

इस समारोह में 19 पीएचडी छात्रों सहित कुल 1424 ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को डिग्री दी गई। 15 मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए, जिनमें से 10 गोल्ड मेडल लड़कियों के नाम रहे।

पुरस्कार वितरण:

वर्ष 2002 के पूर्व छात्र मनीष कुमार को उत्कृष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मनीष एक एयरोस्पेस विशेषज्ञ हैं, जिनका उपग्रह तकनीक और अंतरिक्ष अनुप्रयोगों में व्यापक अनुभव है। समारोह में अन्य अतिथियों में सांसद शंकर लालवानी और मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के अध्यक्ष भरत शरण सिंह भी मौजूद थे।

न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर ध्यान:

कुलाधिपति पुरुषोत्तमदास पासारी ने छात्रों और समाज के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। कुलपति डॉ. उपिंदर धर ने कहा कि विश्वविद्यालय न्यू एजुकेशन पॉलिसी और छात्रों के विकास पर लगातार काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि रोबोटिक और आईटी लैब जैसी नई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, ताकि छात्र इंडस्ट्री के लिए तैयार हो सकें और जीवन में सफल हो सकें।

यह समारोह छात्रों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जो उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसरित करेगा।