सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर में एक ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। यह शहर 108 रथों की एक भव्य यात्रा का गवाह बनेगा, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। इन रथों की खासियत यह है कि वे सोने, चांदी और बेशकीमती लकड़ियों से बनाए गए हैं।
यात्रा का मार्ग और समय
रथयात्रा की शुरुआत सुबह 9 बजे विजयनगर बिजनेस पार्क आईडीए ग्राउंड से होगी। यह यात्रा एलआईजी चौराहा, पाटनीपुरा, भमोरी और रसोमा चौराहे से होकर गुजरेगी और दोपहर 12 बजे समाप्त होगी।
यात्रा की विशेषताएं
- 108 रथों की भव्यता:
28 राज्यों से आए इन रथों में सोने, चांदी और लकड़ी की नक्काशी की गई है। राजस्थान के बांसवाड़ा से आए अर्थुना रथ, जिन पर एरावत हाथी और सिंह की नक्काशी है, मुख्य आकर्षण हैं। - धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व:
यह यात्रा न केवल एक रिकॉर्ड बनाने की कोशिश है, बल्कि भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाती है। - समिति और संतों की भूमिका:
रथावर्तन समिति के संयोजक जैनेश झांझरी ने इसे अद्वितीय आयोजन बताया। वहीं, मुनिश्री प्रमाण सागर महाराज ने कहा, “इंदौर फिर से इतिहास रचने जा रहा है।”
यात्रा में शामिल होने के निर्देश
- पार्किंग की व्यवस्था:
पार्किंग के लिए स्कीम 136 और अन्य निर्दिष्ट स्थानों का उपयोग करें। - ट्रैफिक से बचाव:
विजयनगर, रेडिसन, सत्य सांई, मैरियट होटल और रसोमा चौराहे पर जाने से बचें। - सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें:
यात्रा में शामिल होने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें।
आयोजन का उद्देश्य
यह रथयात्रा न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को सशक्त करेगी, बल्कि इंदौर को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी दिलाएगी।