सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर-खंडवा हाईवे प्रोजेक्ट का 70% काम पूरा हो चुका है, लेकिन बलवाड़ा के पास रेलवे और एनएचएआई के बीच समन्वय की कमी के कारण 2 किलोमीटर हिस्से में जमीन अधिग्रहण का मामला अटक गया है। रेलवे द्वारा ट्रैक की डिजाइन में बदलाव के चलते 5 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण फिर से करना पड़ रहा है। अब प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दावे और आपत्तियां सुनना शुरू कर दिया है। प्रशासन का दावा है कि एक महीने के भीतर जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

इस 34 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट का काम जनवरी 2023 में शुरू हुआ था, और इसे जनवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। अब तक 70% काम हो चुका है, लेकिन शेष 30% काम के लिए यह नई अड़चन सामने आई है। रेलवे द्वारा पहले 10 डिग्री का एंगल दिया गया था, जिसे अब 37 डिग्री में बदल दिया गया है। इससे जमीन अधिग्रहण में बदलाव की आवश्यकता पड़ी है। इसके अलावा, रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के लिए स्ट्रक्चरल ड्राइंग को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है, जिससे काम और देरी हो रही है।

इससे पहले भी जमीन अधिग्रहण में देरी के कारण काम रुका था, जब भेरूघाट गांव का नक्शा उपलब्ध नहीं था। हालांकि, अब उस हिस्से में किसानों को भुगतान हो चुका है और काम शुरू हो गया है।

प्रोजेक्ट के पूरा होते ही भेरूघाट ब्लैक स्पॉट समाप्त हो जाएगा, जिससे यहां होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इसके साथ ही इंदौर से ओंकारेश्वर तक की यात्रा का समय 3 से 3.5 घंटे से घटकर 2 से 2.5 घंटे हो जाएगा।