सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर की सड़कों पर हो रही लगातार खुदाई ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। नगर निगम के विभागों के बीच समन्वय की कमी ने सड़कों को बर्बाद कर दिया है।
60 फीट रोड का संकट
ताजा मामला 60 फीट रोड का है। एयरपोर्ट रोड के समानांतर बनाई गई इस सड़क को यात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में तैयार किया गया था। लेकिन अब जल और ड्रेनेज विभाग की खुदाई ने इसे धूल और जाम का केंद्र बना दिया है।
धूल और ट्रैफिक जाम की मार
दिनभर उड़ती धूल और सुबह-शाम ट्रैफिक जाम ने यहां के रहवासियों और व्यापारियों का जीना मुश्किल कर दिया है। बैरिकेड्स लगाकर सड़क बंद कर दी गई है, लेकिन ट्रैफिक डायवर्जन की कोई योजना नहीं बनाई गई।
महापौर की चेतावनी
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम अधिकारियों को चेतावनी दी है कि मास्टर प्लान की 22 नई सड़कों के निर्माण से पहले, ड्रेनेज और जल विभाग सभी लाइनें पहले ही डाल लें।
राजेंद्र नगर ब्रिज की समस्या
राजेंद्र नगर ब्रिज की सर्विस रोड और अन्नपूर्णा रोड भी खुदाई की मार झेल रही हैं। हाल ही में बनी इन सड़कों को पाइपलाइन डालने के लिए तोड़ दिया गया, जिससे जनता को दोहरी परेशानी हो रही है।
नगर निगम की नई योजना
नगर निगम ने अब वादा किया है कि आगे से जनकार्य, जल और ड्रेनेज विभाग मिलकर समन्वय के साथ काम करेंगे। हर इलाके का सर्वे करके भविष्य की जरूरतों को पहले से सुनिश्चित किया जाएगा।
जनता में आशा
इंदौर की जनता को उम्मीद है कि निगम की यह योजना सड़कों को बार-बार खोदने की समस्या से छुटकारा दिलाएगी। लोग अब बेहतर समन्वय और योजनाबद्ध कार्यवाही की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिससे उनकी दैनिक जीवन में सुधार हो सके।