सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : डिज़ाइन शिविर 3.0 का चौथा और पाँचवाँ दिन रचनात्मकता, व्यावहारिक सीख, और चिंतनशील संवादों के साथ संपन्न हुआ, जिन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित किया और उन्हें सशक्त बनाया। चौथे दिन दो समानांतर सत्रों — गेम डिज़ाइन और क्ले वर्कशॉप — में छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखने को मिली। ये सत्र निदेशक मयंक शर्मा, प्रमोद मार्शल और सेतु शर्मा द्वारा संचालित किए गए। इन इंटरैक्टिव मॉड्यूल्स ने छात्रों को कहानी कहने, रणनीति बनाने और स्पर्श आधारित रचनात्मकता के माध्यम से डिज़ाइन थिंकिंग को डिजिटल और पारंपरिक दोनों माध्यमों में व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। दिन की एक उल्लेखनीय झलक एनआईडी एमपी की निदेशक विद्या राकेश के साथ विद्यार्थियों की सार्थक बातचीत रही, जिसमें उन्होंने डिज़ाइन शिक्षा, रचनात्मकता और भविष्य की तैयारी पर अपने विचार साझा किए।
शाम का आरंभ ओपन डिज़ाइन डिस्कशन से हुआ, जहाँ छात्रों ने प्रश्न पूछे और अपने विचार साझा किए। यह संवाद जिज्ञासा और स्पष्टता के बीच एक पुल की तरह कार्य कर रहा था, जिसने छात्रों को कला, डिज़ाइन, फैशन और डिज़ाइन क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न करियर विकल्पों की गहरी समझ दी। शाम का मुख्य आकर्षण एनआईडी एमपी के रजिस्ट्रार कृष्ण बिरमान द्वारा दिया गया प्रेरणादायक भाषण रहा, जिसका विषय था “EARN Yourself”। उन्होंने छात्रों को अपने अधिकतम क्षमता तक पहुंचने के लिए EARN फ्रेमवर्क के माध्यम सेप्रेरित किया: E – स्वयं को खोजें, A – स्वयं को स्वीकारें, R – स्वयं को पुन: परिभाषित करें, और N – स्वयं को पोषित करें।
पाँचवें व अंतिम दिन ज्वेलरी मेकिंग वर्कशॉप का आयोजन हुआ, जिसे सुश्री अदिति शर्मा और निदेशक अनिल भास्कर द्वारा संचालित किया गया। इसमें प्रतिभागियों ने हाथ से बने उत्पाद जैसे ब्रैसलेट, फोन कवर, पेंडेंट आदि बनाने की प्रक्रिया को सीखा। इस सत्र में सौंदर्य और कार्यक्षमता दोनों को प्रमुखता दी गई, जिससे पारंपरिक शिल्प और आधुनिक अभिव्यक्ति का सुंदर समन्वय दिखा। साथ ही, फाइनल प्रोडक्ट डिस्प्ले की तैयारी की कार्यशाला भी हुई, जिसमें छात्रों ने सीखा कि अपने कार्य को प्रभावी रूप से प्रस्तुत कैसे किया जाए। इस अभ्यास में डिस्प्ले की सुंदरता, कहानी प्रस्तुत करने की कला और प्रस्तुति कौशल जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ज़ोर दिया गया—जो किसी भी डिज़ाइन पेशेवर के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
कार्यक्रम का समापन समापन समारोह (Valedictory Function) के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए और छात्रों व अभिभावकों से भावनात्मक फीडबैक प्राप्त हुआ। इस समापन समारोह के दौरान साझा की गई प्रतिक्रियाओं ने इस पाँच दिवसीय अनुभव के परिवर्तनकारी प्रभाव को दर्शाया और डिज़ाइन शिविर 3.0 की उस भावना को सशक्त किया, जो सहयोग, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को बढ़ावा देती है।
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