सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : पृथ्वीपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक नितेन्द्र बृजेन्द्र सिंह राठौर ने प्रदेश के अस्पतालों में बेजान पड़े फायर सेफ्टी सिस्टम को लेकर मध्यप्रदेश सरकार से सवाल करते हुए कहा कि पिछले दिनों उत्तरप्रदेश के झाँसी में स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में आग लगने कि वजह से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गयी, जबकि 16 अन्य बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
घटना में मप्र के कुछ परिवार भी षामिल है, क्योंकि मप्र के बुंदेलखंड क्षेत्र में मप्र सरकार ने टीकमगढ़, छतरपुर एवं दमोह में मेडिकल कॉलेज को लेकर घोषणाएं ही की है, लेकिन इनका लाभ ना मिल पाने की वजह से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश दोनों की प्रदेषों की सीमा होने के कारण मध्य प्रदेश झांसी के सटे जिले टीकमगढ़, छतरपुर आदि जिलों के अधिकांश लोग झांसी की अस्पतालों में अपना इलाज कराने के लिए जाते हैं।
निदेशक राठौर ने कहा कि आईसीयू में आग लगने से हुये हादसे में मृतक और घायलों को उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक मदद दिये जाने की घोषणा की है, जिसमें मृतक बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रूपये की आर्थिक मदद दिये जाने की घोषणा की गइै।
निदेशक राठौर ने कहा कि मप्र सरकार से मेरा सवाल है कि क्या यह मदद मप्र के उन पीड़ित परिवारों को भी मिलेगी, जो झांसी स्थित अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। यदि मप्र के इन प्रभावितों को आर्थिक मदद नहीं मिलती है तो इसका जिम्मेदार कौन है मध्यप्रदेश सरकार अथवा उत्तरप्रदेश सरकार? इसका जबाव दोंनों प्रदेशो की सरकार को देना चाहिए।
निदेशक राठौर ने कहा कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुय मप्र सरकार से मध्यप्रदेश सरकार से हमारी मांग है कि घटना से प्रभावित हुये बच्चों के परिवारों को उत्तरप्रदेश सरकार की तरह आर्थिक सहायता मुहैया करायें। साथ ही मप्र के सभी मेडिकल कॉलेजों, सरकारी अस्पतालों एवं प्राइवेट अस्पतालों में फायर सेफ्टी कि वर्तमान स्थिति को लेकर ऑडिट करवाने एवं भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने हेतु उचित कदम उठायें, जिससे इस तरह की घटना पर रोेक लगायी जा सके। साथ ही अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए मध्यप्रदेश में खाली पड़े फायर ब्रिगेड के पदों को जल्द से जल्द भरा जाएँ। ताकि इन घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही कर घटनाओं को रोकने में आसीनी हो सके।

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