सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में हादसों से बचाव के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में नगरीय निकाय क्षेत्रों में जर्जर हो चुके भवनों को चिह्नित कर ढहाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब, इसी तर्ज पर ग्रामीण इलाकों में भी जर्जर और कमजोर भवनों को चिह्नित कर गिराने की योजना बनाई जा रही है।
इस पहल की शुरुआत सागर जिले के शाहपुर कस्बे में एक जर्जर दीवार गिरने से 9 बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद हुई। इस घटना के बाद मुख्य सचिव वीरा राणा ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को पत्र लिखा और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
विभाग ने सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जर्जर भवनों का सर्वे करें और उन्हें चिह्नित करें। इन खतरनाक भवनों की मरम्मत या इन्हें खाली कराने के उपाय जल्द से जल्द सुनिश्चित किए जाएं ताकि ग्रामीण इलाकों में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
आदेश में स्पष्ट किया गया है कि किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में जर्जर भवन या दीवार गिरने से मानव या पशु हानि न हो, इसके लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। सर्वेक्षण के दौरान जिन भवनों को खतरनाक पाया जाएगा, उनके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस पहल से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि संभावित हादसों को भी रोका जा सकेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है, जिससे लोगों की जान-माल की हानि से बचा जा सके।