सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:  दिल्ली की राजनीति में बड़ा मोड़ आया है जब अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक दल की बैठक में आतिशी का नाम दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया। बैठक में विधायकों की सहमति प्राप्त करने के बाद आतिशी को आगामी दिन में मुख्यमंत्री के पद का पदोन्नत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री बनने की प्रक्रिया:

अरविंद केजरीवाल ने बैठक में कहा, “हमने विषम परिस्थितियों में यह फैसला लिया है। केजरीवाल की ईमानदारी पर कीचड़ उछाला गया। जनता जब तक उन्हें नहीं चुनती, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।” इसके बाद, प्रजातंत्र के नेता गोपाल राय ने आतिशी के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि वे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।

स्वाति मालीवाल का बयान:

AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने इस घोषणा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “जिसके परिवार ने आतंकी अफजल गुरु के लिए लड़ाई लड़ी, उसे आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री बना दिया। भगवान दिल्ली की रक्षा करें। दिल्ली के लिए आज बहुत दुख का दिन है।”

आतिशी के जिम्मेदार मंत्रालय:

आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके पास शिक्षा, पर्यटन, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति, महिला बाल विकास जैसे अहम मंत्रालय होंगे। यह बदलाव दिल्ली सरकार को नई दिशा देने की उम्मीद जगाता है।

सरकारी बदलाव की प्रक्रिया:

आतिशी के सीएम बनने के बाद, अरविंद केजरीवाल शाम 4:30 बजे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना को इस्तीफा सौंपेंगे। नई सरकार बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को दो दिवसीय विधानसभा सत्र बुलाया है, जिसमें नई सरकार का गठन किया जाएगा।

केजरीवाल का इस्तीफा और चुनाव की तैयारी:

13 सितंबर को शराब नीति केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने 15 सितंबर को मुख्यमंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था, “अब जनता तय करे कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान। जनता ने दाग धोया और विधानसभा चुनाव जीता तो फिर से कुर्सी पर बैठूंगा।”

सम्बंधित खबरें:

  • AAP की आगामी रणनीति: नई सरकार के गठन के बाद आम आदमी पार्टी की रणनीतियों पर विस्तृत रिपोर्ट।
  • आतिशी का राजनीतिक सफर: मुख्यमंत्री बनने से पहले आतिशी के राजनीतिक करियर की समीक्षा।
  • शराब नीति केस की प्रगति: अरविंद केजरीवाल के शराब नीति केस की वर्तमान स्थिति पर अपडेट।
  • दिल्ली विधानसभा सत्र: आगामी विधानसभा सत्र में क्या-क्या मुद्दे उठाए जाएंगे।