सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर की देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (डीएवीवी) को जल्द ही नया कुलगुरु मिलने की उम्मीद है। कुलगुरु चयन की अंतिम प्रक्रिया जारी है, जिसमें शुक्रवार को राजभवन में उम्मीदवारों के इंटरव्यू हुए। इस इंटरव्यू में इंदौर से चार प्रोफेसर शामिल हुए, जिनमें कुल 12 लोगों ने भाग लिया।
मौजूदा कुलगुरु डॉ. रेणु जैन का कार्यकाल 27 सितंबर को पूरा हो रहा है। यह पहला मौका है जब किसी कुलपति ने पूरे 24 साल में कार्यकाल पूरा किया है, जबकि पहले कई कुलपति इस्तीफा देकर या धारा 52 के तहत हटाए गए थे। डॉ. जैन ने चार साल का कार्यकाल पूरा किया है और प्रभारी कुलपति के तौर पर भी सबसे लंबे समय तक पद पर रहीं हैं।
इंदौर के दावेदार:
- डॉ. आशुतोष मिश्रा (प्रभारी कुलपति)
- राजीव दीक्षित (डीडीसीसी)
- कन्हैया आहूजा (स्कूल ऑफ इकोनॉमिक)
- सचिन शर्मा (आईएमएस के प्रोफेसर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभाविप)
नए कुलपति की चुनौतियाँ:
- नैक की नई ग्रेडिंग: नए कुलपति को नैक की नई ग्रेडिंग प्राप्त करनी होगी, जो इस साल होनी है।
- 143 खाली पदों पर नियुक्ति: यूनिवर्सिटी के 31 टीचिंग विभागों में फैकल्टी के 143 पदों पर नियुक्ति करना एक अहम चुनौती होगी।
- 9 नए निर्माण: आईडीए द्वारा किए जाने वाले 9 नई बिल्डिंग के निर्माण कार्य को समय पर पूरा कराना।
- स्कूल ऑफ एविएशन की स्थापना: तक्षशिला परिसर में नए स्कूल की स्थापना और बजट जुटाना भी महत्वपूर्ण चुनौती रहेगी।
सर्च पैनल 12 में से 3 या 4 नामों की लिस्ट राजभवन को सौंपेगा, जिसके बाद कुलाधिपति एक नाम तय कर कुलपति की घोषणा करेंगे। यदि 27 सितंबर के बाद प्रक्रिया में देरी होती है, तो प्रो. जैन को कार्यभार जारी रखने या किसी अन्य को प्रभारी कुलपति के रूप में नियुक्त करने का फैसला लिया जा सकता है।