सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: देश के पश्चिमी और पूर्वोत्तर भाग में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार (29 अगस्त) को 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गुजरात में पिछले 4 दिन से मूसलाधार बारिश हो रही है।
बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 26 लोगों की मौत हुई, जबकि 18 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया। PM मोदी ने CM भूपेंद्र पटेल से फोन पर राज्य के हालात का जायजा लिया।
दिल्ली में भी बुधवार रात से भारी बारिश हो रही है। इससे दिल्ली, NCR और नोएडा के कई इलाकों में पानी भर गया है। सबसे बुरी हालत अंडर पास की है। पानी भरने से सड़कों पर जाम लगा है।
गुजरात में सेना तैनात; मध्यप्रदेश में बारिश का दौर थमा
बुधवार (28 अगस्त) को द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जिलों में 12 घंटे में 50 मिमी से 200 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई। द्वारका के भानवड में 185 MM बारिश हुई, यह राज्य में सबसे ज्यादा है। मौसम विभाग ने आज सौराष्ट्र के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
राज्य में NDRF, SDRF के अलावा सेना की 6 टुकड़ियां राहत और बचाव में जुटी हैं। अब तक 18 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया है।
इधर, मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर थम गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूप खिली रही। 30 और 31 अगस्त से एक बार फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहा है। जिससे जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 28 जिलों में भारी की संभावना है।
भारतीय सेना की गोल्डन कटार डिवीजन की बाढ़ राहत टीमों ने विश्वामित्री नदी की बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया।
सूरत में ताप्ती नदी उफान पर है। 28 अगस्त को यहां सामान्य से 57% ज्यादा बारिश हुई।
मोरबी की सड़कों पर भरा पानी। यहां 28 अगस्त को सामान्य से 1770% ज्यादा बारिश हुई।
जामनगर में भी भारी बारिश से हालात खराब हैं। विधायक रीवाबा जडेजा ने कॉलोनियों में जाकर बाढ़ के हालात देखे। 28 अगस्त को यहां सामान्य से 6557% ज्यादा बारिश हुई।
वडोदरा में विश्वामित्री नदी उफान पर है। नदी का पानी पूरे शहर में आ गया है।
अहमदाबाद में 28 अगस्त को सामान्य से 209% ज्यादा बारिश हुई।
प्रयागराज में गंगा उफान पर हैं। संगम के पास स्थित साधुओं की कुटिया पानी में डूब गईं। 28 अगस्त को यहां सामान्य से 818% ज्यादा बारिश हुई।
नासिक में गंगापुर डैम में पानी का लेवल बढ़ने से कई इलाके पानी में डूब गए हैं।
बारिश के चलते अजमेर की कई सड़कों पर पानी भर गया। 28 अगस्त को यहां सामान्य से 80% कम बारिश हुई।
मथुरा की सड़कों पर भरे पानी से यातायात प्रभावित रहा। 28 अगस्त को यहां सामान्य से 60% बारिश कम हुई।