ग्वालियर  – केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर चंबल संभाग के दौरे पर रविवार सुबह रवाना हो गए।वे अशोकनगर गुना और शिवपुरी के जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और प्रभावित पीड़ित लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनेंगे। हवाई सर्वेक्षण पर जाने से पहले केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि वे पिछले एक सप्ताह से रोजाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से राहत कार्यों को लेकर निरंतर चर्चा कर रहे हैं। शनिवार को भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्वालियर चंबल संभाग में 40 साल बाद आई इस प्राकृतिक विपदा को लेकर चर्चा की और राहत कार्यों की प्रगति के बारे में भी उन्हें जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस भीषण आपदा में प्रदेश की आपदा प्रबंधन की  सेवाएं पर्याप्त नहीं थी। इसलिए सेना एनडीआरएफ और 6 हेलीकॉप्टर भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने के लिए लगाए गए थे। यह मौसम खराब होने की वजह से 2 दिन बाद राहत कार्यों में जुट सके। उन्होंने बताया कि वह शनिवार रविवार की दरम्यानी रात को भी जिला प्रशासन और संभागीय अधिकारियों से रात 2 बजे तक राहत कार्यों की समीक्षा करते रहे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बिगड़े हुए मौसम को लेकर एक मॉनिटरिंग सिस्टम डिवेलप किया जाना चाहिए जिससे किसी प्राकृतिक आपदा से लोगों को समय रहते सचेत किया जा सके और प्रशासन भी ऐसे में लोगों की सहायता कर सके ।केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि स्थानीय लोगों की मदद और संसाधनों से अभी तक करीब 20000 लोगों की जान बचाई जा सकी है। उनकी पहल है कि इस आपदा में जान, माल, पुल, सड़क का भारी नुकसान हुआ है। लोगों को हुए नुकसान का जल्द से जल्द आकलन करके राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को घर अनाज फसल और पशुओं की भी हानि हुई है इसके आंकलन करके एक निश्चित समय सीमा में मदद पहुंचाई जाएगी। फ़िलहाल प्रभावित लोगों को खानपान उनके टूटे हुए घर बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने लोगों को आश्वस्त किया है कि उनकी मदद में किसी भी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी ।इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ है और वह खुद राहत कार्यों की मानिटरिंग कर रहे हैं । शनिवार और रविवार को करीब 20 ट्रक राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों में भेजी गई है।