सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भोपाल जिले के रतुआ रतनपुर गांव के एक साधारण किसान ओमनारायण कुशवाह ने अपने दृढ़ संकल्प और कृषि एवं उद्यानिकी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाते हुए सफलता की एक मिसाल कायम की है। निदेशक कुशवाह ने 2020 में 10 हजार पौधों के साथ एक नर्सरी की शुरुआत की थी जो आज 2 लाख 50 हजार से अधिक पौधे नर्सरी सफलतापूर्वक चला रहे है। उन्होंने खुद की आमदनी में वृद्धि के साथ अपने गांव के 5-6 लोगों को रोजगार का अवसर भी प्रदान किया है।
निदेशक कुशवाह की सफलता का सफर तब शुरू हुआ जब उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संपर्क में आकर नवीबाग कृषि अनुसंधान केंद्र, भोपाल से पॉलीहाउस और नर्सरी विकसित करने की ट्रेनिंग ली। इस ट्रेनिंग से मिले आत्मविश्वास के बल पर उन्होंने एक छोटी नर्सरी की शुरुआत की, जहां वे बैगन, टमाटर, मिर्च, लौकी, खीरा और अन्य सब्जियों के हाईब्रिड पौधे तैयार कर रहे हैं। उन्होंने सेमीनेस, फेजेंटा और अंकुर बीएनआर किस्म की सब्जियों के पौधे भोपाल और आस-पास के जिलों में किसानों को उपलब्ध कराए हैं।
निदेशक कुशवाह बताते हैं कि ड्रिप सिस्टम शासकीय योजना का लाभ उठाकर उन्होंने कम पानी से अधिक पौधों की उपज हासिल की है। वे समय-समय पर कृषि विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रशिक्षणों में भाग लेते हैं और अब देशभर में कई राज्यों में जाकर उन्नत खेती की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
निदेशक कुशवाह की 8 एकड़ जमीन है, जिसमें पहले वे पानी की कमी के कारण सिर्फ 1-2 एकड़ में खेती कर पाते थे। लेकिन एक कुएं की खुदाई से भरपूर पानी मिलने पर अब वे अपनी पूरी भूमि पर खेती कर रहे हैं। 2021 में उन्होंने पॉलीहाउस और गोदाम निर्माण की ट्रेनिंग ली और अपना छोटा पॉलीहाउस बनाया।
निदेशक कुशवाह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को धन्यवाद देने के साथ किसानों से अपील की है कि वे कृषि विभाग द्वारा प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षणों और योजनाओं का लाभ उठाएं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। उनकी कहानी किसानों के लिए एक प्रेरणा है कि सही मार्गदर्शन और योजनाओं का लाभ उठाकर वे भी अपनी किस्मत बदल सकते हैं।