सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आज हम बात करेंगे भारत की नई एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में, जो दुश्मनों के युद्धपोतों को 1000 किलोमीटर की दूरी से नेस्तनाबूद करने में सक्षम होगी। इस नई मिसाइल के साथ भारतीय सेना को मिलेगी एक नई ताकत और दुश्मनों पर बढ़त हासिल करने का मौका।
DRDO का नया परीक्षण:
भारत का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) जल्द ही इस मिसाइल का परीक्षण करने वाला है। यह एंटी-शिप मिसाइल न केवल समुद्र से बल्कि जमीन से भी लॉन्च की जा सकती है, जिससे भारतीय नौसेना और सेना दोनों को नई शक्ति मिलेगी।
भारतीय सेना के बैलिस्टिक मिसाइल भंडार का विस्तार:
पिछले कुछ समय में भारतीय थल सेना और वायु सेना ने ‘प्रलय’ जैसी बैलिस्टिक मिसाइलों का ऑर्डर देकर अपने भंडार को मजबूत किया है, जो लंबे समय तक चलने वाले संघर्षों में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। इस नई मिसाइल के जुड़ने से भारत की सैन्य क्षमता में और अधिक इजाफा होगा।
चीन के साथ सीमाओं पर चुनौतियाँ:
हाल के संघर्षों में, विशेष रूप से चीन के साथ उत्तरी सीमाओं पर, बैलिस्टिक मिसाइलों का महत्व और उपयोग बढ़ गया है। इन सीमाओं पर DRDO और भारतीय सेना ने रक्षा तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास पर जोर दिया है।
तो दोस्तों, भारत की इस नई मिसाइल से दुश्मनों के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो वीडियो को लाइक और शेयर करें। और ऐसे ही ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन दबाएं।