सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भुवनेश्वर के भरतपुर थाने में एक आर्मी अफसर के साथ मारपीट और उनकी मंगेतर के साथ यौन उत्पीड़न के मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच की अध्यक्षता हाई कोर्ट के जस्टिस चित्तरंजन दास करेंगे, और रिपोर्ट 60 दिनों में मांगी गई है।

15 सितंबर को आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर एक कैफे से लौट रहे थे, जब रास्ते में कुछ युवकों ने उनके साथ मारपीट की। जब वे पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, तो पुलिसकर्मियों ने आर्मी अफसर को लॉकअप में बंद कर दिया और मंगेतर का यौन उत्पीड़न किया।

महिला पूर्व ब्रिगेडियर की बेटी है और 19 सितंबर को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मामले का खुलासा किया। इसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

आर्मी अफसर की मंगेतर ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें और उनके साथी को अपमानित किया। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने थाने में उन्हें गाली-गलौज की, और बाद में उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने यौन उत्पीड़न किया।

पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की थी, और बीजू जनता दल ने 24 सितंबर को भुवनेश्वर बंद का आह्वान किया है।

वहीं, पुलिस ने आरोप लगाया कि आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर नशे में थे और थाने में तोड़फोड़ की। दूसरी ओर, मारपीट करने वाले युवकों को गिरफ्तार करने के बाद 4 घंटे में जमानत मिल गई।

इस घटना से जुड़े तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिसमें युवक आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर के साथ अभद्रता करते दिख रहे हैं। यह मामला ओडिशा में गंभीर चर्चाओं का विषय बना हुआ है।