सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मार्च में दूसरी बार मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे अनूपपुर जिले से 30 किलोमीटर दूर खूंटाटोला के जरियारी में तेज पानी बरसा। लगभग 20 मिनट तक ओले भी गिरे। जैतहरी जनपद के कुछ मकानों को ओले से नुकसान भी पहुंचा है।
मौसम विभाग ने डिंडोरी, बालाघाट और मंडला में रेड अलर्ट भी जारी किया है। यहां 50 से 60Km प्रतिघंटे तक की रफ्तार से आंधी चल सकती है। सिवनी, जबलपुर, शहडोल और अनूपपुर में ऑरेंज अलर्ट है। यहां ओले और बारिश का अनुमान है।
इससे पहले रविवार को बैतूल में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। बारहवी क्षेत्र में बिजली गिरने से 4 मवेशियों की मौत हो गई। शाहपुर के सिलपटी गांव में कच्चा मकान गिर गया। आंधी के कारण कई मकानों के टीन शेड भी उड़ गए। वहीं, सिवनी जिले में भी बारिश और ओले गिरे। जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर समेत कई जिलों में भी मौसम बदला रहा।
इसलिए बदला मौसम
मार्च में तीसरी बार मौसम बदला है। महीने के शुरुआत में ही तेज बारिश और ओले का दौर चला था। दूसरे सप्ताह में हल्की बारिश हुई। तीसरे सप्ताह में अब फिर से तेज बारिश और ओले का दौर शुरू हो गया है।
IMD भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अभी उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से बारिश, ओले और तेज आंधी का दौर चल रहा है। पूर्वी मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि और बारिश हो रही है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
19 मार्च: शहडोल-अनूपपुर में रेड अलर्ट है। दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट में आंधी-बारिश और ओले का मौसम रहेगा। बैतूल, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, सीधी, मऊगंज और सिंगरौली में गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने का अनुमान है।
20 मार्च: पांढुर्णा, बालाघाट, सिवनी, मंडला, जबलपुर, डिंडोरी, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली में बारिश-ओले गिरने के आसार हैं।
20 मार्च से नया सिस्टम एक्टिव होगा
प्रदेश में 20 मार्च तक बारिश-ओले का दौर चलने का अनुमान है। इसके बाद एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव होगा। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिलेगा। इसके लौटने के बाद फिर से गर्मी का असर बढ़ेगा।