सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:  इंदौर के होटल रेडिसन में ठहरे अमेरिकी प्रोफेसर विलियम माइकल रेनॉल्ड्स (36) की 2 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनकी मां ने बेटे का शव अमेरिका ले जाने के लिए फ्यूनरल सर्विस एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी है। पोस्टमार्टम के बाद विशेष लेप लगाकर शव को मुंबई भेजा गया है, जहां से उसे अमेरिका रवाना किया जाएगा।

चार दिन बाद हुआ पोस्टमार्टम विजय नगर पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर रेनॉल्ड्स के परिवार में केवल उनकी मां हैं, जिन्हें बेटे की मौत की सूचना एम्बेसी के माध्यम से दी गई। दोनों देशों की एम्बेसी से मंजूरी मिलने के बाद, गुरुवार को तीन डॉक्टरों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया गया, जिसकी वीडियो ग्राफी भी की गई। शुरुआती जांच में कार्डियक अरेस्ट से मौत की आशंका जताई जा रही है।

होटल में ठहरने के बाद बिगड़ी तबीयत प्रोफेसर रेनॉल्ड्स ने 30 जुलाई को होटल रेडिसन में चेक-इन किया था। 1 अगस्त को उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने एक निजी अस्पताल में चेकअप कराया था। उसी रात खाने के बाद वे सो गए और फिर सुबह नहीं उठे। जब वे अपने कमरे से बाहर नहीं आए, तो होटल स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय इवेंट में हुए थे शामिल रेनॉल्ड्स शिकागो की नॉर्थ पार्क यूनिवर्सिटी में एडमिशन रिप्रजेंटेटिव थे। इंदौर आने से पहले, उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लिया था, जिसमें 50 से अधिक विदेशी विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इसके बाद वे इंदौर पहुंचे थे और अगले दिन अहमदाबाद जाने की योजना थी।

फ्यूनरल एजेंसी ने संभाली जिम्मेदारी रेनॉल्ड्स अविवाहित थे और उनके परिवार में केवल उनकी मां हैं। विदेशी धरती पर मौत होने की स्थिति में शव को वापस लाने की प्रक्रिया लंबी होती है, इसलिए उनकी मां ने फ्यूनरल एजेंसी की सहायता से शव को अमेरिका भेजने का निर्णय लिया।