सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह के मार्गदर्शन में एनेस्थीसिया विभाग द्वारा अंगदान दिवस के अवसर पर एक नाटक का आयोजन किया गया I अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एनेस्थीसिया विभाग द्वारा एक नुक्कअड़ नाटक आयोजित किया गया। इस नाटक को एमबीबीएस के छात्रों, नर्सिंग स्टॉनफ और डॉक्टरों द्वारा प्रस्तुमत किया गया। भारत में प्रतिवर्ष 7.5 लाख किडनी टांसप्लांट की आवश्यनकता होती है। जबकि केवल 11 हजार किडनी ही अंगदान के द्वारा मिल पाती हैं। ऐसे में अंगदान के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यनकता है ताकि अधिक लोगों को पुनर्जीवन दिया जा सके।
इस समय भारत में डायलिसिस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिसमें रक्तक का शुद्धिकरण किया जाता है। इसका स्थाबई समाधान तभी हो सकता है जब लोग अपनी किडनी दान करें। अंगदान के द्वारा मृत्यु के पश्चात भी व्यक्ति का अंग किसी दूसरे के शरीर में जीवित रहता है, यानि उस अंग को एक नया जीवन मिलता है। (डॉ) अजय सिंह ने कहा कि अंगदान न केवल एक व्यक्ति को जीवन देता है, बल्कि एक पूरे परिवार को जीवन देता है। एम्स इस प्रकार के आयोजन कर देश और प्रदेश में अंग प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी कार्यक्रम चला रहा है।