सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स के कार्यपालक प्रो. अजय सिंह संकाय और छात्रों के बीच अकादमिक उत्कृष्टता और ज्ञान-साझाकरण की संस्कृति को सदैव बढ़ावा देते रहते हैं। उनके मार्गदर्शन में, एम्स ने विभिन्न शैक्षणिक मंचों पर उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। विभिन्न सम्मेलनों और कार्यशालाओं में संकाय सदस्यों की भागीदारी न केवल उनके कौशल को बढ़ाती है बल्कि उन्हें नवीनतम प्रगति के साथ अद्यतन भी रखती है। हाल ही में एम्स के यूरोलॉजी विभाग के डॉ. केतन मेहरा ने यूरोप के सबसे प्राचीन विश्वैविद्यालयों में से एक मेडिकल यूनिवर्सिटी वियना, आस्ट्रिहया में दो महीने का क्लिनिकल दौरा किया। इस दौरान डॉ. मेहरा ने पाया कि विभिन्नप स्पेशलिटीज़ जैसे ऑन्को लॉजी, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी को समन्वित रूप से अपनाकर रोगी देखभाल और प्रबंधन को बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने यूरोलॉजिकल डिस्आ र्डर के अलावा प्रोस्टेखट कैंसर, ब्लेंडर कैंसर और किडनी स्टोनन जैसे मामलों में उन्न्त तकनीकों का इस्तेमाल करना भी सीखा। इन उन्नत तकनीकों में इमेजिंग विधि, एंडोस्कोलपिक प्रक्रिया और सर्जिकल प्रक्रिया शामिल थीं। इमेजिंग विधि में एमआरआई, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड जबकि सर्जिकल प्रक्रिया में रोबोटिक सर्जरी जिसमें रोबोट की सहायता से लेप्रोस्कोऔपिक सर्जरी की जाती है। डॉ मेहरा ने इस दौरान स्टोन मैनेजमेंट और अन्य सर्जरी के लिए उन्नत लेसर तकनीकों का उपयोग भी सीखा।
एम्स के (डॉ) अजय सिंह ने कहा की डॉ. केतन का यह अनुभव एम्स में क्लिनिकल प्रथाओं को बढ़ाने में सहायक होंगे। इन उन्नत प्रक्रियाओं को अपनाकर, शैक्षिक कार्यक्रमों को सुदृढ़ करके, शोध सहयोग को बढ़ावा देकर और नई तकनीकों को एकीकृत करके एम्स मरीजों की देखभाल में महत्वपूर्ण सुधार करेगा और स्वास्थ्य पेशेवरों को लाभान्वित करेगा। प्रो. सिंह ने डॉ. मेहरा को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी ।