सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स में सुविधाओं से लैस पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी के साथ-साथ सामान्य एंडोस्कोपी सहित ईआरसीपी केंद्र का उद्घाटन कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा कि पीडियाट्रिक इंडोस्को पी से बच्चे की ग्रासनली, पेट और छोटी आंत से संबंधित बीमारियों का पता लगाकर उनका बेहतर इलाज करने में सहायता मिलेगी। इस प्रकार की सुविधा आम तौर पर आसानी से उपलब्ध नहीं होती है। ईआरसीपी प्रक्रिया के माध्यम से पित्त और अग्नाशयी नलिकाओं के इलाज में सहायक होती है। इस केन्द्र् में समस्त प्रकार की नैदानिक और उपचारिक इंडोस्कोतपी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो कि सभी पीडियाट्रिक और कैंसर मरीजों को भी उपलब्ध होंगी। उपचारिक इंडोस्को पी सेवाएं लीवर और अल्सरर की बीमारी से ग्रस्त मरीजों में रक्तडश्राव रोकने, कैंसर मरीजों में स्टेंरटिंग आदि में लाभकारी होती हैं।
गैस्ट्रो इंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ पीयूष पाठक ने बताया कि विभाग में कुल 8 एंडोस्कोप हैं जिनके द्वारा हर सप्ताह लगभग 60 एंडोस्कोगपी की जाती है। प्रत्येक मशीन की कीमत लगभग 1.20 करोड़ रूपये है।
एम्स के कार्यपालक प्रो.सिंह ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इन नए एंडोस्कोलप के आ जाने से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। कार्यशाला के प्रतिभागियों में शिक्षक ,शोधकर्ता ,केंद्रीय अध्यन मंडल सदस्य, हिंदी ग्रंथ अकादमी के पुस्तक लेखक, ई कंटेंट डेवलपर, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और विद्वान जो भारतीय ज्ञान परंपरा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, निम्नलिखित व्यापक संकायों (विषयसमूह) से शामिल हैं कला, शिक्षा और खेल, वाणिज्य और प्रबंधन,विधि, जीवन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, व्यावसायिक पाठ्यक्रम।