प्रदेश की महिलाओं से संकल्प पत्र में किये वादे पूरे करे भाजपा सरकार

सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश महिला कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल आज मप्र महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय पहुंचा जहां उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा महिलाओं से किये गये वादों का स्मरण करते हुये भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा के नाम संबोधित स्मरण पत्र भाजपा के प्रदेश कार्यालय प्रभारी को सौंपा।
श्रीमती पटेल ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने विगत 11 नवंबर 2023 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओ की गरिमामयी उपस्थिति में राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में ‘मोदी की गारंटी भाजपा का भरोसा’ बताते हुए प्रदेश की जनता, खासकर महिलाओं के लिए संकल्प पत्र जारी किया गया था। यद्यपि भाजपा सरकार बने हुए 6 माह से अधिक का समय हो चुका है और सरकार का बजट भी विधानसभा पटल पर रखा गया है, जिसमें महिलाओं और लाड़ली बहनों से किए वादों को डॉ. मोहन यादव सरकार ने पूरी तरह से दरकिनार किया है, महिला सुरक्षा और महिलाओं/ युवतियों को सरकारी नौकरी में वरीयता देने जैसा विषय बजट से लुप्त है।

महिला कांग्रेस ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर सौंपा स्मरण पत्र

श्रीमती पटेल ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा था कि हम महिलाओं को 3000 रू. प्रतिमाह, 450 रू. का गैस सिलेण्डर, किसानों को गेहूं का 2700 और धान का 3100 रूपये समर्थन मूल्य देने के साथ-साथ कक्षा बारहवी तक के बच्चों को फ्री शिक्षा देंगे, होनहार बच्चों को लेपटॉप और स्कूटी देने सहित तमाम वादे किये थे। गरीब परिवार को राशन के साथ रियायती दर पर दाल, सरसों का तेल एवं चीनी उपलब्ध कराई जायेगी के तहत वादा किया था कि 5 वर्षों के लिए प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना जारी रहेगी लेकिन सरकार अपने वादों से पूरी तरह मुकर गयी है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि सबको मकान देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के साथ अब पौष्टिक नाश्ता, प्रत्येक संभाग में मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एवं मध्य प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस स्थापित करने के साथ-साथ प्रत्येक परिवार में कम से कम एक रोजगार अथवा स्वरोजगार के अवसर सुनिश्चित करने जैसे तमाम वादे भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किये थे, लेकिन महिलाओं को न तो 3000 रू. प्रतिमाह, न ही 450 रू. का गैस सिलेण्डर मिल रहे हैं और न ही किसानों को गेहूं का 2700 और धान का 3100 रूपये समर्थन मूल्य मिल रहा है। न तो बच्चों को लेपटॉप, स्कूली मिली, न गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत रियायती दरों पर दाल, सरसों का तेल और शक्कर मिली। महिला सुरक्षा और महिलाओं/ युवतियों को सरकारी नौकरी में वरीयता देने में सरकार की वादाखिलाफी स्पष्ट नजर आ रही है। किसानों की खरीदी का काम पूरा हो गया लेकिन सरकार के वादे अनुसार उनको समर्थन मूल्य नहीं मिला।
श्रीमती पटेल ने कहा कि इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी जिसमें 15 लाख ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने की योजना के अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण का लाभ दिये जाने की गांरटी लाड़ली लक्ष्मियों को कुल 2 लाख रुपए, सभी जरूरतमंद बालिकाओं को जन्म से 21 वर्ष तक लाभ। हकीकत में कुछ नहीं। गरीब परिवारों के छात्रों कक्षा 1 से 12 तक मुफ्त शिक्षा के साथ 1,200 रूपए की वार्षिक सहायता स्कूल बैग, किताबें एवं यूनिफॉर्म की गारंटी पूरी तरह से गायब है।

महिला कांग्रेस ने भाजपा कार्यालय पहुंचकर सौंपा स्मरण पत्र

 

श्रीमती पटेल ने प्रदेश की महिलाओं के साथ भाजपा सरकार द्वारा की जा रही वादा खिलाफी को लेकर कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार का रुख बेहद लचीला और महिलाओं को धोखे देना है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की योजनाओं को बंद करना है। जिसकी महिला कांग्रेस कड़े शब्दों में निंदा करती है और बीजेपी और सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराती हैं। प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार से हमारा कहना है कि वह जनादेश का सम्मान करें, अपने संकल्प पत्र के वादों को पूरा करें। ऐसा न करने की स्थिति में महिला कांग्रेस आम जनता, विशेषकर महिलाओं के बीच जाकर भाजपा की मोहन यादव सरकार की आलोचना कर पोल खोलेगी।
इस अवसर पर महिला कांग्रेस नेत्री श्रीमती संतोष कंसाना, शीतल मालवीय, महक राणा, कुसुम पाल, यशोदा पांडे, पार्वती मौर्य, रजनी दुबे, शीला भारती, ज्योति पदम, हसाना हसन, मीना चौहान, रेखा सिंह, लक्ष्मी सौंधिया, इंदू अवस्थी और रत्ना तंत्र पांडे सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।