आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर मेरी माटी मेरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया गया।
जिसमें वीरता व शौर्य का प्रदर्शन करने वाले वीर सैनिकों का सम्मान किया गया। मप्र निजी विवि विनियामक आयोग के अध्यक्ष भरत शरण सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक अशोक कुमार श्रोती, राज्य संपर्क अधिकारी आर के विजय, यूथ ऑफिसर राजकुमार वर्मा ने केंद्रीय पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट आर के धारीवाल के नेतृत्व में आए उन सैनिकों का सम्मान किया जिन्होंने नक्सलियों व अन्य हिंसक गतिविधियों के दौरान वीरता व शौर्य का प्रदर्शन किया है। इन सैनिकों में हवलदार मनोज यादव, दीपचंद, रामबिहारी नायक, जे पी तिवारी सहित अन्य को सम्मानित करते हुए भरत शरण सिंह ने कहा कि सैनिक हमारे देश का गौरव हैं इनका सम्मान हर भारतवासी का सम्मान है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का यह आयोजन देश के प्राचीन व गौरवशाली इतिहास को याद करने का अवसर है। जितने भी युवा इस अभियान से जुड़े हैं वो इस देश के 140 करोड़ भारतवासियों के सपनों को साकार करने का माध्यम हैं। यह अवसर स्वाधीनता व स्वतंत्रता के बीच के अंतर को मिटाने का क्षण है। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक रासेयो अशोक श्रोती ने कहा कि जब हम देश की बात करते हैं तो उसमें हम युवक युवतियों के प्रतिमानों की बात करते हैं। ये आज के युवक युवती देश के विकास की असली धुरी हैं। राज्य संपर्क अधिकारी आर के विजय ने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा प्रदेश भर में मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डालते हुए स्वयंसेवकों की ऊर्जा व उत्साह की प्रशंसा की। सैनिक सम्मान करने हेतु कमांडेंट धारीवाल ने रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के प्रति सहृदयता व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में वरिष्ठ शिक्षाविद प्रो. अमिताभ सक्सेना ने कार्यक्रम का परिचय व स्वागत उद्बोधन देते हुए भारत सरकार के इस महत्वपूर्ण अभियान पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही देश की आज़ादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में संस्था में 75 पौधों का सामूहिक रोपण करते हुए अमृत वाटिका की भी स्थापना की गई । शरण ने सभी सभी स्वयंसेवकों को प्रति स्वयंसेवक एक पौधे को संरक्षित करने का आह्वान किया।