आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के तीर्थ-यात्री भारत गौरव पर्यटन ट्रेन से विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा करेंगे। अपर मुख्य सचिव गृह, धार्मिक न्यास और धर्मस्व डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि आगामी 2 अगस्त से 10 अक्टूबर के बीच प्रदेश के 18 हजार 480 तीर्थ-यात्री 29 जत्थों में धार्मिक यात्राएँ करेंगे। इस अवधि में तीर्थ-यात्री रामेश्वरम, द्वारका, काशी (वाराणसी), जगन्नाथपुरी, अयोध्या, हरिद्वार, अमृतसर, कामाख्या, शिरडी, बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर की यात्रा करेंगे।
तीर्थ-यात्रा के लिये प्रदेश के विभिन्न जिलों से जाने वाले तीर्थ-यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। संबंधित जिलों से तीर्थ-यात्री निर्धारित संख्या अनुसार ही जा सकेंगे। अधिक आवेदन प्राप्त होने पर यात्रियों का चयन कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी से किया जायेगा। तीर्थ-यात्रियों के साथ सहायक, अनुरक्षक के रूप में शासकीय अधिकारी-कर्मचारी और डॉक्टर एवं सुरक्षाकर्मी भी जायेंगे। प्रदेश सरकार के लिये तीर्थ-यात्राओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी इण्डियन रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) को सौंपी गई है।
एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया है कि 2 अगस्त 2023 को रामेश्वरम और द्वारका के लिये भारत गौरव पर्यटन ट्रेन से तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। रामेश्वरम के लिये धार से 85, शाजापुर से 85, नर्मदापुरम से 150 और इंदौर से 300 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। द्वारका के लिये सिवनी से 150, बालाघाट से 92, छिंदवाड़ा से 150 और बैतूल से 150 तीर्थ-यात्री 24 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगे। रामेश्वरम की तीर्थ-यात्रा ट्रेन इंदौर और द्वारका की ट्रेन सिवनी से 2 अगस्त को रवाना होगी।
कामाख्या के लिये मुरैना से 7 अगस्त को तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। इसमें मुरैना के 200, ग्वालियर के 299 और दतिया के 200 तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये जायेंगे। द्वारका के लिये 10 अगस्त को अनूपपुर से ट्रेन रवाना होगी, जिसमें अनूपपुर के 192, शहडोल के 200 और उमरिया के 150 तीर्थ-यात्री होंगे। इसी प्रकार 10 अगस्त को ही इंदौर से काशी-वाराणसी के लिये जाने वाली ट्रेन में इंदौर के 300, बड़वानी के 70, उज्जैन के 150 और विदिशा के 100 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
16 अगस्त को काशी के लिए मुरैना से रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में मुरैना से 200, ग्वालियर से 299 और निवाड़ी के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। इसी दिन जगन्नाथपुरी के लिये मेघनगर झाबुआ से रवाना होने वाली ट्रेन में झाबुआ से 100, अलीराजपुर से 70, उज्जैन से 150 और भोपाल से 300 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। काशी के लिये बालाघाट से 18 अगस्त को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा दर्शन ट्रेन में बालाघाट से 150, सिवनी से 91, मण्डला से 75, जबलपुर से 150 और नरसिंहपुर से 75 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। द्वारका के लिये छतरपुर से 22 अगस्त को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में छतरपुर से 200, टीकमगढ़ से 200 और विदिशा से 299 यात्री रवाना होंगे। अयोध्या के लिये छिंदवाड़ा से 24 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में छिंदवाड़ा से 200, विदिशा से 150, सीहोर से 100 और सिवनी से 92 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। हरिद्वार के लिये उज्जैन से 24 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में उज्जैन से 200, मंदसौर से 175, नीमच से 175 और देवास से 69 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
शिरडी के लिये उमरिया से 31 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में जबलपुर के 242, कटनी के 150 और उमरिया के 150 तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये रवाना होंगे। अमृतसर के लिये इंदौर से 31 अगस्त को ही एक ओर भारत गौरव पर्यटन ट्रेन रवाना होगी, जिसमें इंदौर के 300, उज्जैन के 150, शिवपुरी के 100 और धार के 70 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।भिण्ड से बाबा साहेब अम्बेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर के लिये एक सितम्बर को रवाना होने वाली ट्रेन में ग्वालियर से 299, दतिया से 200 और भिण्ड से 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। रतलाम से जगन्नाथपुरी के लिये 5 सितम्बर को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में रतलाम के 220, मंदसौर के 200 और नीमच के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। बुरहानपुर से कामाख्या के लिये 6 सितम्बर को ट्रेन रवाना होगी|