आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : माधुरी दीक्षित का फेमस डांस नंबर ‘चोली के पीछे क्या है’ तो आपने सुना ही होगा। अपने रिलीज के वक्त ये गाना विवादों में आ गया था। गाने के लिरिक्स से लोगों को आपत्ति थी। उस वक्त लगभग 32 संगठनों ने गाने का विरोध किया था। यहां तक कि दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने गाने पर बैन लगा दिया था।
फिल्म की रिलीज रोकने के लिए दिल्ली की एक अदालत में अपील भी की गई थी। हालांकि कोर्ट ने ये कहते हुए मामला खारिज कर दिया कि गाने में ऐसा कुछ भी नहीं है कि जो आपत्तिजनक हो। बता दें कि ये गाना सुभाष घई के डायरेक्शन में बनी संजय दत्त स्टारर फिल्म खलनायक का है।
गाने में कुछ भी अश्लील नहीं था- आनंद बख्शी
इस गाने के राइटर आनंद बख्शी ने इसके बोल पर सफाई दी थी।1993 में मृत्युंजय कुमार झा के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘इस गाने में ऐसी क्या अश्लीलता है। ये एक राजस्थानी लोकगीत है। ये शादियों में गाया जाता है। इस गाने का मतलब यही था कि आपके दिल में क्या है।
अब वो दिल शर्ट के नीचे भी हो सकता है। आप ट्रेडिशनल पंजाबी गाने सुनिए। अगर उन्हें हिंदी में डिस्कस करते हैं, तो वो आपको अश्लील लग सकते हैं, लेकिन असल में ऐसा नहीं है।’
मार्केट से कैसेट्स उठवाने की दायर हुई थी अर्जी
चोली के पीछे क्या है..गाना पूरे देश में फेमस हो गया था। हालांकि दिल्ली के रहने वाले वकील आर.पी. चुग को ये गाना पसंद नहीं आया। उन्होंने कोर्ट में गाने के खिलाफ अर्जी दायर की थी। उन्होंने अर्जी में कहा कि गाने के बोल भद्दे, अश्लील और महिला विरोधी हैं। उन्होंने कोर्ट से कहा कि गाने को सेंसर बोर्ड से कह कर तत्काल डिलीट करवानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मार्केट से इसके सभी कैसेट्स को वापस कराने का भी अनुरोध किया।
फिल्म देखने के बाद विरोधी भी कायल हुए- माधुरी
फिल्म के डायरेक्टर सुभाष घई ने भी इस गाने के प्लेसमेंट को सही ठहराया था। यहां तक कि माधुरी दीक्षित ने भी 2014 में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘इस गाने का लोगों ने खूब विरोध किया, लेकिन जब उन्होंने फिल्म देखी तो विरोध करना भूल गए। लोगों को पिक्चराइजेशन पसंद आया। जो पहले विरोध कर रहे थे, वे बाद में इस फिल्म और गाने के मुरीद हो गए।’
हफ्ते भर में बिके थे एक करोड़ कैसेट
गाने को लेकर इतना विरोध हुआ कि लगभग 32 राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों ने इसे बैन करने की मांग की। हालांकि उसी वक्त एक हफ्ते में इसके एक करोड़ कैसेट बिक गए थे, जो उस समय तक एक रिकॉर्ड था।
जब फिल्म रिलीज हुई तो लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का कंपोज किया हुआ म्यूजिक, सरोज खान का कोरियोग्राफ किया हुआ डांस नंबर, अल्का याग्निक की सुरीली आवाज और माधुरी दीक्षित का कभी न भूलने का डांस स्टेप की कई सालों तक चर्चा की गई।