आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मनोज बाजपेयी इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में फिल्म प्रमोशन के दौरान उन्होंने दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बात की। मनोज ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में पॉलिटिक्स काफी ज्यादा है। जब आप आगे बढ़ते हो तो ये पॉलिटिक्स और गंदी होती जाती है।

सुशांत इस पॉलिटिक्स को झेल नहीं पाए। उन्होंने इस प्रेशर को अपने दिमाग पर हावी होने दिया। मनोज ने कहा कि उन्होंने इस प्रेशर को झेल लिया कि क्योंकि वे जिद्दी थे, लेकिन सुशांत ऐसा नहीं कर सके। मनोज ने कहा कि वे और सुशांत एक दूसरे के काफी क्लोज थे। मनोज के मुताबिक, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि सुशांत सुसाइड जैसा कदम उठाएगा।

मनोज ने कहा- मेरे बनाए मटन को चाव से खाता था सुशांत

मनोज ने आज तक से बात करते हुए कहा, ”सोनचिरैया की शूटिंग के वक्त हम काफी क्लोज हो गए थे। वो मेरा काफी सम्मान करता था। मैं सेट पर मटन बनाता था, वो बड़े चाव से उसे खाने आता था।

मुझे नहीं पता था कि वो कभी ऐसा कदम उठा लेगा। वो अक्सर चुनौतियों के बारे में मुझसे बातें किया करता था। मैं एक मोटी चमड़ी वाला इंसान था, इसलिए इन परेशानियों और चुनौतियों से पार पा सका।’

‘मैंने जो फिल्में कीं, एक स्टारकिड नहीं कर सकता था’

मनोज से पूछा गया कि क्या नेपोटिज्म की वजह से रियल टैलेंट पीछे रह जाता है। जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं नेपोटिज्म से कभी प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि मैंने जो फिल्में कीं, वो एक स्टारकिड नहीं कर सकता था।

ये फिल्में मैं नहीं करता तो नवाजुद्दीन करता, इरफान करता या फिर के के मेनन करता। ये कोई कमर्शियल फिल्में नहीं थीं, कोई भी उन फिल्मों पर पैसा नहीं लगाता। आप बार-बार नेपोटिज्म के नाम पर बहानेबाजी नहीं कर सकते। अगर आप एक अच्छे एक्टर हैं, तो थिएटर करिए। आपके अंदर टैलेंट होगा तो स्ट्रीट पर परफॉर्म करके भी आप पैसा कमा सकते हैं।

सुशांत स्टार बनना चाहता था, लेकिन इंडस्ट्री की हेरफेर नहीं समझ सका

सुशांत की मौत के पीछे नेपोटिज्म का कितना गहरा प्रभाव था। मनोज ने इसका जवाब देते हुए कहा, ‘सुशांत एक स्टार बनना चाहता था। स्टार बनने के लिए आपको काफी लोगों को पीछे छोड़ना पड़ेगा।

वहां कंपटीशन सबसे ज्यादा है। मेरी तरह बनने के लिए किसी पॉलिटिक्स से नहीं गुजरना पड़ता। जो कोई भी इंडस्ट्री में आता है, वो स्टार की पोजीशन हासिल करना चाहता है। सुशांत एक साफ दिल का आदमी था। वो अंदर से बच्चा था। वो इंडस्ट्री की हेरफेर को समझ नहीं सका।’