सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बीएमचआरसी के स्वास्थ्य केंद्र क्रमांक 7 व मनोचिकित्सा विभाग को अब मरीजों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाया जा रहा है। यहां स्थित फार्मेसी का विस्तार कर दिया गया है। मनोचिकित्सा विभाग के मरीजों का मेडिकल रिकॉर्ड रखने के लिए भी अलग जगह निर्धारित कर दी गई है। मानसिक रोगियों व बुजुर्ग मरीजों के लिए अलग—अलग पार्क बनाया जा रहा है तथा दो अन्य हर्बल गार्डन बनाए जा रहे हैं। इसके लिए कार्य शुरू हो गया है और अगले कुछ महीनों में ये पार्क बनकर तैयार हो जाएंगे।
बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र क्रमांक 7 स्थित परिसर में पार्क के लिए पर्याप्त स्थान मौजूद था। इसी वजह से हमने यहां पार्क बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि मानसिक रोग के मरीजों के इलाज में दवा के साथ—साथ आउटडोर एक्टिविटी का भी बहुत महत्व होता है। इसी वजह से यहां उनके लिए एक अलग पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। यहां मानसिक रोग से ग्रस्त बच्चों की एक्टिविटी के लिए विभिन्न झूले भी लगाए जाएंगे। एक पार्क बुजुर्ग मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। दो अन्य पार्क में हर्बल गार्डन बनाया जा रहा है, जहां विभिन्न औषधीय गुणों से युक्त पौधों को लगाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्र क्रमांक 7 में ही मौजूद एकीकत हेल्थ सेंटर में मरीजों को निशुल्क परामर्श देने वाले होम्यापैथी, आयुर्वेदिक व यूनानी पैथी के शासकीय चिकित्सकों की मदद ली जाएगी और उनकी सलाह के आधार पर ही औषधीय पौधे लगाए जाएंगे, ताकि इससे मरीजों को लाभ मिल सके।
डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि मनोचिकित्सा विभाग परिसर में ही स्वास्थ्य केंद्र क्रमांक 7 स्थित है। यहां मौजूद फार्मेसी छोटी थी। अब इसका आकार बड़ा कर दिया गया है। साथ ही मनोचिकित्सा विभाग के मरीजों के मेडिकल रिकॉर्ड के लिए भी अलग स्थान निर्धारित कर दिया गया है, जिससे मानसिक रोगियों के मरीजों को तुरंत मेडिकल रिकॉर्ड फाइल प्राप्त हो जाएगी।
सभी दवाएं उपलब्ध हैं : मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि बीएमएचआरसी और सभी स्वास्थ्य केंद्रों में अब सभी मरीजों को दवाएं मिल रही हैं। सांस के मरीजों के लिए आवश्यक सीरो फ्लो पंप का नया स्टॉक हमेशा से ही उपलब्ध है और इसे जरूरतमंद मरीजों को वितरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने आवश्यक दवाओं के लिए एक राष्टीय सूची (National list of Essential Medicine) बनाई है। इस सूची में दर्शाई गई दवाओं को सभी सरकारी अस्पतालों में होना आवश्यक है। अब इस पॉलिसी को बीएमएचआरसी में लागू किया जा रहा है।