आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग एवं सी. एस. आई. आर. एम्प्री के सयुंक्ततत्वाधान में राष्ट्रीय बौद्धिक सम्पदा (आई. पी. आर.) पर एक दिवसीय राष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रम “Awareness Program on Innovation and Intellectual Property Rights”का आयोजन किया गयाI इस अवसर पर माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष एवं संयोजिका अनीता तिलवारी द्वारा कार्यक्रम कि रूपरेखा प्रस्तुत की गईIइस कार्यक्रम में सी. एस. आई. आर.-एम्प्री के डायरेक्टर अवनीश कुमार श्रीवास्तव ने स्वागत उदबोधन में बताया कि भारत सरकार द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत जुलाई माह को राष्ट्रीय बौद्धिक सम्पदा महोत्सव के रूप में घोषित किया हैI इस अवसर पर उनके द्वारा आईपीआर, पेटेंट योग्य व गैर पेटेंट योग्य अविष्कार मानदंड, अविष्कार की पहचान, आईपीआर सुरक्षा योजना, आवेदन की पद्धति, आवश्यकताएं, प्रक्रियाएं, आईपीआर का महत्व, लाभ, फाइलिंग, पेटेंट ड्राफ्टिंग आदि मुद्दों पर जानकारी दी गई Iइस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के कुलपति एस.के. जैन के द्वारा शोधार्थी एवं छात्र- छात्राओं को आई. पी. आर की महत्वता से अवगत कराया गया I उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आईपीआर के महत्व को बताया गया एवं कार्यक्रम प्रतिभागियों को प्रशिक्षण और उद्देश्यों के बारे में भी बताया गया I इस कार्यक्रम की सी. एस. आई. आर. -एम्प्री की ओर से संयोजिका सारिका वर्मा ने आई. पी. आर. के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी I उन्होंने कॉपीराइट डिजाइन जीआई व ट्रेडमार्क के बारे में बताया साथ ही भारत और विदेशों में पेटेंट दिए जाने के बाद उभरते विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला Iबरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के डीन फैकल्टी ऑफ़ लाइफ साइंस विपिन व्यास ने इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों एवं शोधकर्ताओं को रोजगारपरक जानकारी दी Iइस कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता विनीता मोहिन्द्रा (मैनिट भोपाल) द्वारा पेटेंट, कॉपीराइट ,ट्रेड मार्क एवं ट्रिप्स एग्रीमेंट्स का भविष्य में उपयोग पर विस्तार से जानकारी दी गईI रोहित राठौर (कंट्रोलर पेटेंट्स एंड डिजाईन न्यू देहली) द्वारा ऑनलाइन मोड पर आई. पी. आर. के पहलुओं पर जानकारी दी गई और इसकी बड़े पैमाने पर संवेदीकरण के लिए विशेष और बड़ी जिम्मेदारी और योगदान के बारे में बताया एवं सारिका वर्मा (प्रिंसिपल साइंटिस्ट एंड आई. पी. कोऑर्डिनेटर, एम्प्री) भी कार्यक्रम कि वक्ता रहीं I इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं की में बौद्धिक सम्पदा के प्रति जागरूकता के साथ-साथ इसके अनुप्रयोगों का विकास करना है I कार्यक्रम का सफल संचालन निधि पटेरिया के द्वारा किया गया I