आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : प्रियंका चोपड़ा ने मिस वर्ल्ड 2000 पेजेंट जीतने के बाद स्पाई थ्रिलर द हीरो:लव स्टोरी ऑफ ए स्पाई से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। हालांकि, सक्सेस तक पहुंचने का सफर उनके लिए बेहद मुश्किल रहा। हाल ही में एक्ट्रेस ने बताया कि किस तरह टीवी ऐड्स ने उनके मन में यह बात भर दी थी कि उनकी स्किन सुंदर नहीं है। फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उनके मन में ये बात भर दी थी गई ‘वो जितनी पतली होंगी, उतनी ही सुंदर होगीं।’
एक्ट्रेस का मानना है कि इन झूठ ब्यूटी स्टैंडर्ड के चलते ही उन्होंने खुद भी ऐसे ऐड्स में काम किया। हालांकि, अब वो कहती है कि इन झूठे ब्यूटी स्टैंडर्ड पर खुलकर बात की जानी चाहिए।
उम्मीद की जाती है कि आप पतले हों, आपकी पेल्विक बोन दिखे
प्रियंका ने पॉडकास्ट कॉल हर डैडी के दौरान बताया कि फिल्म और फैशन इंडस्ट्री में लोगों के लिए सारी बातें बहुत नॉर्मल होती थी। वो लोगों को स्किन का कलर और साइज में बदलाव करने के लिए कहते थे। उन्होंने कहा- ‘जब मैं पहली बार 20 साल पहले इंडस्ट्री में शामिल हुई थी, तो हमसे उम्मीद की जा थी कि आप पतले हों और आपकी पेल्विक बोन हो( खास आकर का कंधा)। किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप वहां तक कैसे पहुंचे हैं।’
इंंडस्ट्री पर तंज कसते हुए प्रियंका ने कहा – ‘अपको हमेशा परफेक्ट दिखना चाहिए, वर्ना आप सुंदर नहीं हैं। फैशन और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग बताने लगते हैं कि आपके लिए कितना बॉडी वेट सही है। वो आपको याद दिलाते हैं कि आपके लिए किस तरह का ड्रेस साइज बेहतर होगा। ये सब कुछ अभी भी हो रहा है, मगर दरवाजे के पीछे।’
जब मैं छोटी थी, मुझे नहीं लगता था कि मेरी स्किन सुंदर है
प्रियंका ने आगे बताया कि वो एक ऐसे देश हैं, जहां गोरी स्किन को ही खूबसूरत माना जाता है। इस कारण उन्हें लगता था कि वो सुंदर नहीं है, क्योंकि उनकी स्किन काली थीं। उन्होंने कहा- ‘जब मैं छोटी थी, मुझे नहीं लगता था कि मेरी स्किन सुंदर थी, क्योंकि मेरी स्किन का कलर डार्क था। जब मैं हाई स्कूल में थी, मेरे चेहरे पर निशान थे। मैं एक टॉमबॉय थी। मेरे पैर अलग दिखते थे, मुझे उससे दिक्कत होती थी। मेरे बाल घुंघराले थे। मुझे कभी खुद को देखकर कॉन्फिडेंस नहीं था।’