आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : पूरी दुनिया ने कल वह शर्मनाक वीडियो देखा जिसमें सीधी के भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब कर रहा है। सत्ता के घमंड में चूर भाजपा नेता सिगरेट पी रहा है और फिल्मों के खलनायकों की तरह अमानवीय तरीके से आदिवासी युवक को अपमानित कर रहा है। आदिवासी युवक लाचार और बेबस इस अमानवीय कृत्य को बर्दाश्त कर रहा है। सीधी की यह घटना संपूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है और इस घटना ने मध्य प्रदेश को पूरी दुनिया में शर्मसार किया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही।
भूरिया ने कहा कि यह मामला कुछ महीने पुराना बताया जाता है, लेकिन इस पर कार्यवाही की बातें तब शुरू हुई जब कल यह वीडियो वायरल हो गया। आदिवासी उत्पीड़न को लेकर भाजपा कितनी दुष्टता पर उतर आई है, इसे इस प्रकरण के पूरे घटनाक्रम से समझा जा सकता है।
पहले तो भाजपा नेता आदिवासी युवक के चेहरे पर पेशाब करता है और उसे और उसके परिवार को इतना भय हो जाता है कि वह कई दिन बीतने के बावजूद पुलिस में शिकायत तक नहीं कर पाता। उसके बाद आरोपी या उसके समर्थक पीड़ित से जबरन एक हलफनामा लिखवा लेते हैं जिसमें वह कहता है कि उसे इस कृत्य से कोई आपत्ति नहीं है, इस कृत्य का वीडियो फर्जी है। क्या संसार में कभी कोई ऐसी मिसाल मिलती है, जहां किसी व्यक्ति का शोषण किया जाए और यहां तक कि उसके मुंह पर पेशाब कर दी जाए, उसके बाद वह कहे कि उसे कोई तकलीफ नहीं है। यह भाजपा की चोरी और सीनाजोरी का मामला है। भारतीय जनता पार्टी के षड्यंत्र को समझना हो तो उस एफआईआर को भी देखना चाहिए जिसमें आरोपी प्रवेश शुक्ला के चाचा ने आरोपी के गुमशुदा होने की रिपोर्ट घटना का वीडियो वायरल होने के तीन-चार दिन पहले ही दर्ज करा दी। गुमशुदा रिपोर्ट में यह लिखा गया है कि प्रवेश शुक्ला का एक वीडियो वायरल किया जा सकता है जिसमें वह एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब कर रहा है।