कानून की छात्रा सोनू को पुलिस ने 28 जनवरी को कोर्ट से सुनवाई का वीडियो बनाने के जुर्म में गिरफ्तार किया था।
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) की संदिग्ध एजेंट सोनू मंसूरी का आज (शनिवार) को रिमांड समाप्त हो रहा है। एमजी रोड़ पुलिस सोनू को दोपहर बाद कोर्ट ले जाएगी। पुलिस ने सोनू की पेशी के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सोनू से कुछ बातों की जानकारी लेना शेष है, लिहाजा उसका रिमांड भी बढ़ाया जा सकता है।
कानून की छात्रा सोनू को पुलिस ने 28 जनवरी को कोर्ट नंबर 42 से सुनवाई का वीडियो बनाने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। सनद न मिलने के बाद भी सोनू वकील बनकर कोर्ट रुम में खड़ी थी। जिला कोर्ट के अभिभाषक संघ ने आरोप लगाया कि सोनू पीएफआइ की एजेंट है और पीएफआइ पदाधिकारियों को ही कोर्ट का वीडियो भेज रही थी। उसने वकील नूरजहां के कहने पर अनाधिकृत तरीके से वीडियो रिकार्डिंग कर ली थी। पुलिस ने मामले में तीन दिन का रिमांड मांगा तो शनिवार को पूरा हो जाएगा। टीआइ संतोषसिंह के मुताबिक सोनू से कुछ पूछताछ होना शेष है।
पार्षद के भतीजे ने दिए थे सवा लाख रुपये
सोनू की जेब से पुलिस और वकीलों को एक लाख 26 हजार रुपये मिले थे। सोनू ने कहा- रुपये नूरजहां का पक्षकार देकर गया था। शनिवार को पुलिस ने पूर्व पार्षद अंसाफ अंसारी के भतीजे आसिफ अंसारी को हिरासत में लिया।आसिफ ने रुपये देना स्वीकार लिया और कहा कि वह चेक बाउंस का केस लगवाना चाहता था। स्टांप ड्यूटी जमा करने के लिए नूरजहां को रुपये देने थे। नूरजहां उस वक्त बेटे का उपचार करवा रही थी और उसने अपनी जूनियर सोनू को रुपये दिलवा दिए।