आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत में 5 अक्टूबर से वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है और अब 101 दिन का समय बचा है। भारत का टीम मैनेजमेंट अब भी परफेक्ट कॉम्बिनेशन तलाशने में जुटा है। ऐसे में सिलेक्टर्स भी टीम मैनेजमेंट के सामने हर स्पॉट के लिए कई विकल्प रखना चाहते हैं।

यही कारण है कि पिछले एक साल से टीम के हर स्पॉट के लिए अलग-अलग खिलाड़ियों को आजमाया जा रहा है। सूर्यकुमार यादव को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने का मौका दिया गया, तो तेज गेंदबाजी मोर्चे पर युवा उमरान मलिक जैसे टैलेंट को खिलाया गया। टीम से बाहर चल रहे स्पिनर कुलदीप यादव ने भी वापसी की।

स्पेशलिस्ट बल्लेबाज और गेंदबाज के भी कई ऑप्शन तलाशे गए, लिहाजा इन डिपार्टमेंट में सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट को बहुत ज्यादा माथापच्ची करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। इन सबसे अलग एक डिपार्टमेंट ऐसा है, जिस पर स्पष्ट जवाब न तो अभी सिलेक्टर्स के पास है और न ही किसी क्रिकेट एक्सपर्ट के पास। यह डिपार्टमेंट है विकेटकीपिंग का। दरअसल, ऋषभ पंत चोटिल हैं और BCCI की मेडिकल टीम उन्हें समय पर फिट करने की कोशिश कर रही है, अगर पंत फिट नहीं हो पाते हैं, तो उनकी जगह फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर कौन होगा इस पर सस्पेंस है।

इस स्टोरी में हम ऐसे चार विकेटकीपर बल्लेबाजों की संभावनाओं को जानने की कोशिश करेंगे, जो पंत की जगह ले सकते हैं। इनमें केएल राहुल, संजू सैमसन, ईशान किशन और केएस भरत शामिल हैं। हम इन चारों की दावेदारी परफॉर्मेंस, रिकॉर्ड, स्ट्रेंथ और वीकनेस के आधार पर करेंगे…

शुरुआत करते हैं कार एक्सीडेंट में चोटिल ऋषभ पंत के वनडे परफॉर्मेंस और खूबियों से…

अब जानते हैं पंत की 3 खूबियां…

हर परिस्थिति में रन बनाते हैं: पंत का बैटिंग रिकॉर्ड देखें तो वे हर परिस्थिति में रन बनाते हैं। पंत ने घरेलू मैदान पर 36.76 की एवरेज से 478 रन बनाए हैं, जबकि विदेशी पिचों पर 33.66 की औसत से 303 रन बनाए।

बैटिंग लाइन-अप में वैरायटी लाते हैं: पंत लेफ्टी बैटर हैं, जबकि भारत के टॉप-ऑर्डर में नंबर-4 तक सभी राइट हैंडर ही हैं। ऐसे में पंत की मौजूदगी से बैटिंग ऑर्डर में वैरायटी आती है।

विकेट के पीछे से गेम चलाते हैं, दवाब में नहीं आते: विकेटकीपिंग के दौरान पंत विकेट के पीछे से गेम चलाते हैं। वे अपने गेंदबाजों को सलाह देते हैं। उनके नाम 26 कैच और एक स्टंपिंग है। इसके अलावा, वे खुद जब बैटिंग करते हैं तो टॉप ऑर्डर के फ्लॉप होने पर भी दवाब में नहीं आते और अटैकिंग बैटिंग जारी रखते हैं।