आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: टेनिस के स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविच शुक्रवार को अमेरिकी खिलाड़ी बेन शेल्टन को हराकर US ओपन के मेंस सिंगल्स के फाइनल में पहुंच गए। जोकोविच 10वीं बार US ओपन के फाइनल में पहुंचे हैं। डिफेंडिंग चैम्पियन कार्लोस अल्कारेज रूस के डेनियल मेदवेदेव से हारकर बाहर हो गए।

वहीं भारत के रोहन बोपन्ना और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन टूर्नामेंट के फाइनल में राजीव राम और जो सैलिसबरी से हार गए।

जोकोविच ने शेल्टन को हराया

मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में नोवाक जोकोविच ने बेन शेल्टन को हराया। जोकोविच 10वीं बार US ओपन के फाइनल में पहुंचे हैं। जोकोविच 17वीं बार US ओपन में खेल रहे हैं। जोकोविच ने शेल्टन को 6-3, 6-2, 7-6 (7/4) से हराया।

तीन बार के US ओपन विजेता जोकोविच का फाइनल में मुकाबला रुसी खिलाड़ी डेनियल मेदवेदेव से होगा। मेदवेदेव तीसरी बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं।

फाइनल में मेदवेदेव का सामना जोकोविच से

डेनियल मेदवेदेव ने शुक्रवार को रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में डिफेंडिंग चैम्पियन कार्लोस अल्कारेज को हराकर US ओपन के फाइनल में तीसरी बार प्रवेश किया। तीसरी वरीयता प्राप्त मेदवेदेव ने आर्थर ऐश स्टेडियम कोर्ट पर 3 घंटे 19 मिनट के रोमांचक मैच में अल्कारेज को 7-6 (7/3), 6-1, 3-6, 6-3 से हराया।

फाइनल में मेदवेदेव का सामना नोवाक जोकोविच से होगा। मेदवेदेव साल 2021 में यहां चैम्पियन बने थे।

मेंस डबल्स फाइनल में हारी भारत के रोहन बोपन्ना की जोड़ी

भारत के रोहन बोपन्ना और ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन US ओपन के फाइनल में राजीव राम और जो सैलिसबरी से हार गए। फाइनल में उन्हें अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के जो सैलिसबरी की जोड़ी ने 2-6, 6-3, 6-4 से हरा दिया। बोपन्ना और उनके पार्टनर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, और पहला सेट 6-2 से आसानी से जीत लिया।

बाकी दो सेट में राजीव राम और सैलिसबरी उन पर हावी रहे, और अगले दो सेट जीतकर उन्होंने खिताब पर कब्जा कर लिया। इसके साथ ही राजीव और सैलिसबरी की जोड़ी लगातार तीसरी बार खिताब जीतने वाली पहली जोड़ी बन गई है।

हालांकि, 43 साल 6 महीने के बोपन्ना ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम किया।

बोपन्ना 13 साल बाद इस ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे थे। इससे पहले, साल 2010 में फाइनल खेले थे। तब बोपन्ना के पार्टनर पाकिस्तान के ऐसाम-उल-हक कुरेशी थे। यह दूसरी बार है कि बोपन्ना किसी ग्रैंडस्लैम मेंस डबल्स फाइनल में पहुंचे थे।