आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : नीदरलैंड ने वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। टीम के ऑलराउंडर बास डी लीड ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 5 विकेट लिए, फिर दूसरी पारी में सेंचुरी लगाते हुए टीम को 278 रन का टारगेट 42.5 ओवर में ही चेज करा दिया। नीदरलैंड को क्वालिफाई करने के लिए मुकाबला 44 ओवर में जीतना था।

नीदरलैंड ने क्वालिफायर के सुपर-6 स्टेज में स्कॉटलैंड को हराया। अब नीदरलैंड और श्रीलंका के बीच 9 जुलाई क्वालिफायर स्टेज का फाइनल मैच खेला जाएगा। श्रीलंका भी वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर चुकी है।

44 ओवर में चेज करना था टारगेट

बुलवायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में शुक्रवार को स्कॉटलैंड और नीदरलैंड के बीच क्वालिफायर के सुपर-6 स्टेज का अहम मुकाबला खेला गया। स्कॉटलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 277 रन बनाए। टीम से ब्रेंडन मैकमुलेन ने सेंचुरी लगाई। नीदरलैंड को क्वालिफाई करने के लिए 44 ओवर में टारगेट हासिल करना था। अगर नीदरलैंड 44 ओवर के बाद जीत हासिल करती तो स्कॉटलैंड बेहतर रन रेट के कारण क्वालिफाई कर जाती।

278 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की शुरुआत अच्छी रही। ओपनर्स ने 65 रन की पार्टनरशिप की, लेकिन 72 रन तक दोनों ओपनर्स आउट हो गए। नंबर-3 पर उतरे वेसली बारेसी भी 11 रन ही बना सके।

लीड ने किया ऐतिहासिक प्रदर्शन

नीदरलैंड से पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले बास डी लीड दूसरी पारी में नंबर-4 पर बैटिंग करने उतरे। उनके सामने बैटर्स लगातार विकेट गंवा रहे थे, लेकिन लीड ने एक एंड संभाले रखा। एक समय टीम को क्वालिफाई करने के लिए 13 ओवर में 115 रन की जरूरत थी। यहां से लीड ने बड़े शॉट्स लगाने शुरू किए।

लीड ने पहले कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप की। फिर साकिब जुल्फिकार के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप कर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। लीड 92 गेंद पर 123 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने 7 चौके और 5 छक्के लगाए, लेकिन टीम को जीत दिलाने से 2 रन पहले वह आउट हो गए। उनके बाद उतरे लोगन वान बीक ने 43वें ओवर की पांचवीं गेंद पर एक रन लिया और टीम को 4 विकेट से जीत दिला दी।

कॉलिंगवुड-रिचर्ड्स के रिकॉर्ड की बराबरी की

बास डी लीड वनडे इंटरनेशनल में 5 विकेट लेने के साथ सेंचुरी बनाने वाले चौथे ही खिलाड़ी बने। उनसे पहले वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स, इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड और UAE के रोहन मुस्तफा ही ऐसा कर सके थे।