आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : फिल्म ‘कोई मिल गया’ को रिलीज हुए 20 साल होने को हैं। इस फिल्म का कॉन्सेप्ट एलियंस पर बेस्ड था। फिल्म के डायरेक्टर राकेश रोशन के मुताबिक, एक कार्टून की वजह से उनके दिमाग में फिल्म बनाने का आइडिया आया था।

राकेश के मुताबिक, एक बार उनकी नातिन कार्टून देख रही थी, उस कार्टून में एलियंस दिखाए गए थे। उन्होंने इस कॉन्सेप्ट के बारे में अपनी नातिन से पूछा तो उसने काफी विस्तार से उन्हें एलियंस के बारे में समझाया।

राकेश यह देख कर वाकई चौंक गए कि एक छोटी सी बच्ची को साइंस फिक्शन के बारे में इतनी अच्छी जानकारी है। उन्होंने तभी इस सब्जेक्ट पर फिल्म बनाने की सोची।

एलियन के हुलिए को डिजाइन करना सबसे चैलेंजिंग रहा

राकेश रोशन के मुताबिक, फिल्म में सबसे चैलेजिंग काम एलियन के हुलिए को डिजाइन करना था। इस कॉन्सेप्ट के लिए उन्होंने दो ऑस्ट्रेलियाई आर्टिस्ट से संपर्क किया।

राकेश रोशन ने PTI से बात करते हुए कहा- मैं चाहता था कि फिल्म में एलियन ऐसा हो, जिसे देख कर बच्चे डरें न। जो बच्चों के समान हाइट वाला हो। मैं चाहता था वो (एलियन) ऐसा हो जिसकी आंखें एक्सप्रेसिव हो। फिल्म में आप देख सकते हैं कि जादू आंखों से ही बात करता है।

दोनों ऑस्ट्रेलियाई आर्टिस्ट ने राकेश रोशन को एलियन के हुलिए वाला एक स्केच दिखाया। राकेश रोशन वो स्केच काफी पसंद आया। उन्होंने मन ही मन कहा- जादू मिल गया।

कैरेक्टर में पूरी तरह घुस गए थे ऋतिक

राकेश ने कहा कि उन्होंने जब ऋतिक को यह आइडिया बताया तो वे खुशी से झूम उठे। उन्हें फिल्म का कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया। हालांकि, फिल्म में उनका रोल काफी चुनौतीपूर्ण रहा।

राकेश ने इस बारे में बात करते हुए कहा- ऋतिक को पांच बच्चों के साथ काम करना था। उन्हें इसके लिए फिट होना था। उन्होंने पूरी रिसर्च की, कैरेक्टर में पूरी तरह घुस गए। बच्चों के बीच वे भी बिल्कुल बच्चे बन गए। एक फिल्म मेकर यही देखना चाहता है कि उसका एक्टर सोच से भी ज्यादा अच्छा परफॉर्म करे।

कोई मिल गया’ के पहले सुपरहीरो वाली फिल्में नहीं बनती थीं

राकेश ने आगे कहा- कोई मिल गया के जरिए पहली बार हम सुपरहीरो टाइप फिल्म बना रहे थे। हमारे पास पहले से कोई एक्सपोजर नहीं था। उस वक्त तक इंटरनेशनल मार्केट में ही सुपरहीरो वाली फिल्में बनती थी।

इंडियन ऑडियंस को उस वक्त ऐसी फिल्म देखनी थी, जिसके साथ उन्हें सुपरहीरो वाला मजा भी आए और उसके साथ इमोशनली कनेक्ट भी हो जाएं। कृष भी इसी वजह से ब्लॉकबस्टर हो पाई थी, क्योंकि वो एक ऐसे सुपरहीरो की कहानी थी, जिसका दिल अंदर से काफी नरम था।

राकेश रोशन को फिल्म के फ्लॉप होने का डर था

राकेश रोशन ने फिल्म को ऑडियंस के लिए रिलीज करने से पहले एक बार डिस्ट्रीब्यूटर्स को भी दिखाई थी। उन्हें डर था कि 10 में से 6 लोग फिल्म के बीच में ही उठकर चले जाएंगे।