इंदौर के बायपास पर खुले फीनिक्स मॉल ने बायपास की गलत डिजाइन की कमियां फिर उजागर कर दी है। इंदौर में बायपास से एंट्री एमआर-10 जंक्शन से होती है, लेकिन यहां फ्लायओवर बनाने के बजाए एचएचएआई ने दो छोटे अंडरपास बना दिए, जो यातायात बाधित कर रहे है।
बायपास के सर्विस रोड पर पांच दिन से रोज यातायात बाधित हो रहा है। मॉल में जाने वाले लोग वाहन भी बायपास किनारे ही पार्क कर जा रहे है।
325 करोड़ रुपये की लागत से इंदौर-राऊ बायपास को चारलेन से छह लेन किया गया था। इसके बदले में ठेकेदार कंपनी को 25 साल तक टोल टैक्स वसूलने का अनुबंध किया गया था। अब एनएचएआई ने कंपनी से टोल वसूली के अधिकार छिन लिए, लेकिन बायपास की व्यवस्थाएं नहीं सुधर पा रही है।
दो अंडरपास में फंसता है होटल, मॉल, स्कूलों का ट्रैफिक
एमआर-10 जंक्शन पर फ्लायओवर बनाने के बजाए एनएचएआई ने झलारिया जंक्शन और कनाड़िया के पास दो अंडरपास बनाए। अंडरपास से स्कूली बसें, यात्री बसें तो जाती है। बायपास के होटल, मैरेज गार्डन की तरफ जाने वाला ट्रैफिक भी अंडरपास से ही सड़क क्रॉस करता है। क्रिसमस के समय तो बायपास पर दो किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम था। चार दिन से ऐसे ही हालात है।
सर्विस लेन भी पूरी नहीं
बायपास को छह लेन में बदलने के बावजूद सर्विस लेन पूरी सड़क पर नहीं बनाई। अभी २० किलोमीटर हिस्से में सर्विस लेन नहीं है। ऐसे में मुख्यलेन पर भारी वाहनों के साथ मिक्स ट्रैफिक चलता है। चार साल पहले इस बायपास पर एक स्कूल बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें चार बच्चों की मौत हो गई थी। मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि सर्विस रोड नगर निगम बना रहा है। इसके लिए एनएचएआई ने 50 करोड़ रुपये की राशि हमें दी है।
गलत ही डिजाइन बना थी
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि छह लेन बायपास की डिजाइन ही गलत है। हमने इसका काफी विरोध किया था। अब एमआर-10 जंक्शन पर फ्लायओवर बनाया जा रहा है। इसके टैंडर भी हो चुके है। जल्दी ही निर्माण शुरू होगा। यहां तीन ब्रिज बनेेंगे।