आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारत की उभरती टेबल टेनिस स्टार रीथ रिशिया टेनीसन का मानना है कि पेरिस ओलिंपिक गेम्स में भारत टेबल टेनिस का पहला मेडल जीत सकता है। हमारी विमेंस टीम के पास मेडल जीतने का मौका है।
28 साल की टेनीसन का कहना है कि प्रोफेशनल लीग UTT में खेलने से भारतीय खिलाड़ियों के गेम में सुधार आया है और हमारे खिलाड़ी विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
टेनीसन ने पिछले हफ्ते देश की टॉप पैडलर सुतीर्था मुखर्जी को 8-7 से हराते हुए अपनी टीम गोवा चैलेंजर्स को अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग (UTT) के चौथे सीजन का खिताब जिताया। गोवा की टीम ने फाइनल मुकाबले में चन्नेई लायंस को 8-7 से मात दी। वे 2021 में भारत को पहली बार ITTF (इंटरनेशनल टेबल टेनिस फेडरेशन) इंटरनेशनल प्रो टूर जिता चुकी हैं। टेनीसन के लिए यह कमबैक गेम था।
UTT में चैंपियन बनने के बाद रीथ ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। आगे पढ़िए बातचीत के संपादित अंश…
सवाल: UTT का एक्सपीरिंएंस कैसा रहा?
जवाब: UTT लीग में यह मेरा पहला सीजन था। लीग खेलने की सबसे अच्छी बात यह है कि आप को हाई रैंक वाले खिलाड़ियों से खेलने का मौका मिलता है। मुझे भी मिला। टूर्नामेंट खेलने के बाद मेरी खुद से अपेक्षाएं अब और बढ़ गई हैं। यहां से मेरा कॉन्फिडेंस बूस्ट हुआ। इस लीग ने मुझे बहुत कुछ सिखाया।
सवाल: टॉप पैडलर हरमीत देसाई की कप्तानी में उतरी हैं, उनके गेम पर क्या कहेंगी?
जवाब: हरमीत एक लीडर हैं। मैं हमेशा लीग में लास्ट मैच खेलती थी। एक समय जब स्कोर 6-6 से बराबर था और टीम की जीत मेरे मैच पर टिकी थी। तब हरमीत मुझे अकेले में बुला कर गाइड करते थे। वह कहते थे कि तुमने कॉमनवेल्थ गेम्स जैसी जगह पर प्रेशर को हैंडल किया है, उसके आगे यह तो कुछ भी नहीं है। यह चीजें उन्हें एक लीडर बनाती है।
सवाल: WTT के लेवल बेस्ड टूर्नामेंट से भारतीय प्लेयर्स को कितना फायदा हुआ है?
जवाब: WTT टूर्नामेंट्स की शुरुआत होने से भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के प्लेयर्स को इंटरनेशनरल प्लेटफॉर्म मिला है।