आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल ने 25 जुलाई, 2023 को संस्थान के अध्यक्ष सुनील मलिक और कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के संरक्षण में “चिकित्सीय विरासत की खोज मध्य भारत में पारंपरिक जनजातीय स्वास्थ्य के दायरे का अनावरण – वर्तमान परिदृश्य, अपूर्ण आवश्यकताएं और भविष्य की दिशाएं” विषय पर एक महत्वपूर्ण विचार-मंथन सत्र का आयोजन किया । कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, मध्य प्रदेश के महामहिम राज्यपाल, मंगुभाई पटेल ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया ।
उपस्थिति का स्वागत करते हुए कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने महामहिम राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया और आशा व्यक्त की कि आदिवासी स्वास्थ्य मुद्दों के समाधान के लिए एम्स अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेगा । उन्होंने आदिवासी स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने और भारत को टीबी और एनीमिया मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के मिशन के साथ एम्स के प्रयासों को संरेखित करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला । सिंह ने सिकल सेल, थैलेसीमिया, एनीमिया और कई अन्य स्थितियों के लिए विशेष देखभाल प्रदान करने के लिए एक जनजातीय वार्ड स्थापित करने की भी घोषणा की ।
एम्स भोपाल के अध्यक्ष सुनील मलिक ने कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के गतिशील नेतृत्व में संस्थान की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की । इस अवसर पर गुजरात के एक अस्पताल में जहां सिकल सेल रोग का इलाज किया जाता है, वहाँ पर राज्यपाल महोदय के एक दौरे को दर्शाने वाली वीडियो प्रस्तुत की गई, जो आदिवासी आबादी के बीच प्रचलित स्वास्थ्य मुद्दों के समाधान के महत्व पर प्रकाश डालती है ।
महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज एम्स भोपाल में प्रतिदिन कुछ नया हो रहा है, जिसके लिए उन्होंने कार्यपालक निदेशक अजय सिंह को बधाई दी । उन्होंने विचार-मंथन सत्र की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और आदिवासी स्वास्थ्य के लिए काम करने के लिए आजीवन समर्पण पर जोर दिया ।