आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल में सॉइकेट्रिक विभाग और एनेस्थिसियोलॉजी विभाग द्वारा “इंटरवेंशनल न्यूरो-साइकेट्री सेवाओं” की शुरुआत की गई। इंटरवेंशनल न्यूरो-साइकेट्री सेवाओं का शुभारंभ अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ एम्स भोपाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर राजेश मलिक, डीन (अकादमिक) तथा कर्नल अजीत कुमार, उप निदेशक (प्रशासन) भी उपस्थित थे।
विजेंदर सिंह, विभागाध्यक्ष सॉइकेट्रिक विभाग द्वारा बताया गया कि, इंटरवेंशनल न्यूरो- साइकेट्री सेवाओं में अल्ट्रा ब्रीफ पल्स इलेक्ट्रोकन्वल्सिव थेरेपी (ईसीटी), केटामाइन इन्फ्यूजन थेरेपी और नारकोसिंथेसिस शामिल होंगे। अल्ट्रा ब्रीफ पल्स ईसीटी से रोगियों का उपचार अधिक संख्या में एवं तेज गति के साथ संभव हो सकेगा तथा इसका साइड इफेक्ट भी कम होगा। अल्ट्रा-ब्रीफ ईसीटी वर्तमान में दुनिया में उपलब्ध ईसीटी का सर्वाधिक उन्नत संस्करण है। मॉडिफाइड ईसीटी का उपयोग आमतौर पर उपचार प्रतिरोधी मामलों, कैटाटोनिया, आत्महत्या के जोखिम और दवाओं के असहनीय दुष्प्रभाव के मामलों में किया जाता है।
केटामाइन इन्फ्यूजन थेरेपी, डिप्रेशन और नार्कोसिंथेसिस (एमोबार्बिटल इंटरव्यू या ड्रग असिस्टेड इंटरव्यू) के प्रतिरोधी उपचार प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, जिसका उपयोग आमतौर पर पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, डिसोसिएटिव डिसऑर्डर के प्रबंधन और नैदानिक विश्लेषण के लिए किया जाता है।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ अजय सिंह ने बताया कि सॉइकेट्रिक एवं एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की यह एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि इससे हम ट्रीटमेंट रेजिस्टेंट प्रकृति के मामलों में इलाज करने में सक्षम होंगे।