आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल ने विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से विश्व रक्तदाता दिवस का उत्सव धूमधाम से मनाया । इस कार्यक्रम में समुदाय से अद्भुत प्रतिक्रिया मिली जिसमें 100 स्वैच्छिक रक्तदाता रक्तदान के लिए आगे आए और 300 व्यक्तियों ने स्वैच्छिक रक्तदाता के रूप में पंजीकरण करवाया ।
सचेतता बढ़ाने और स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए एम्स भोपाल के रक्त केंद्र ने कई रोचक गतिविधियों का आयोजन किया । इनमें स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व को प्रमोट करने के लिए छोटे रील्स बनाने का कार्य शामिल था साथ ही पोस्टर और स्लोगन बनाने के लिए प्रतियोगिताएं भी हुईं । प्रतिभाशाली प्रतिभागियों के सृजनात्मक प्रयासों ने कार्यक्रम में जीवंतता डाली और समुदाय में रक्तदान के संदेश को फैलाने में मदद की ।
एम्स भोपाल ने इस कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले कई स्वैच्छिक संगठनों का आभार प्रकट किया I इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस, सार्थक सेवा केंद्र, नेशनल मेडिकोस संगठन, इंडिया केयर हेल्प ग्रुप और मध्यांचल विश्वविद्यालय इन ही संगठनों में से कुछ हैं, जो रक्तदान करने आए और इस महान कार्य में सक्रियता से हिस्सा लिया ।
कार्यक्रम के दौरानएम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने स्वैच्छिक रक्तदान अभियान की महत्वपूर्णता पर जोर दिया । उन्होंने महिलाओं और बच्चों में एनीमिया रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत को भी बताया, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा है ।
इस वर्ष के विश्व रक्तदान दिवस के लिए “रक्तदान करें, प्लाज्मा दें, जीवन साझा करें, अक्सर साझा करें” यह विषय प्रतिभागियों के मन में गहराई से समर्थित हुआ और नियमित रूप से रक्त और प्लाज्मा दान की महत्वपूर्णता को पुनः स्थापित किया । एम्स भोपाल हर रक्तदाता के योगदान को स्वीकार करता है और उनके जीवन बचाने के प्रति उनकी समर्पणता के लिए अत्यंत आभारी है ।
एम्स भोपाल वैयक्तिक संगठनों, प्रतिभागियों और स्थानीय समुदाय को इस आयोजन के शानदार सफलता में उनके संपूर्ण समर्थन के लिए हृदय से धन्यवाद देता है । उनका समर्पण और समुदायिक प्रयास ने स्वैच्छिक रक्तदान और उसकी जीवन बचाने वाली क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है ।