आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के एनाटॉमी विभाग ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए एक असाधारण कार्यक्रम, “विच्छेदन प्रतियोगिता 2023” का आयोजन किया । प्रतियोगिता का उद्देश्य चुनौतीपूर्ण और शैक्षिक अनुभव के माध्यम से छात्रों के शारीरिक ज्ञान और विच्छेदन कौशल को बढ़ाना था । कार्यक्रम की शुरुआत विषयों और प्रतियोगिता को नियंत्रित करने वाले नियमों और विनियमों की घोषणा के साथ हुई । निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, छात्रों को अपने विच्छेदन विषयों को निर्धारित करने के लिए चिट चुनने की अनुमति दी गई थी । सभी भाग लेने वाले समूहों के बीच एकरूपता बनाए रखने के लिए चुने गए विषय कठिनाई के विभिन्न स्तरों पर आधारित थे ।
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कुल 125 उत्साही छात्रों ने छह-छह के समूह बनाए । उन्होंने अपने संबंधित विषयों के प्रति उल्लेखनीय समर्पण और समझ प्रदर्शित की और अपने निष्कर्षों को जजों के पैनल के सामने प्रस्तुत किया । निर्णायक पैनल में शरीर रचना विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र के बाहरी और आंतरिक दोनों विशेषज्ञ शामिल थे । बाहरी निर्णायकों में एबीवीजीएमसी, विदिशा में एनाटॉमी की प्रोफेसर और प्रमुख रश्मि देवपुजारी और जीएमसी, भोपाल में प्रोफेसर (एसोसिएट) अभिजीत यादव शामिल थे । आंतरिक जज एम्स भोपाल एनाटॉमी के प्रोफेसर और प्रमुख बर्था ए डी रथिनम और सर्जरी की अतिरिक्त प्रोफेसर स्वागता ब्रह्मचारी थीं ।
विच्छेदन की गुणवत्ता के आधार पर छात्रों के विच्छेदन का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया गया, जिसमें विच्छेदन की कुशलता, साफ-सफाई और प्रस्तुति कौशल जैसे कारक शामिल थे । संरचनात्मक संरचनाओं, टीम वर्क और समग्र प्रस्तुति कौशल को नुकसान की डिग्री ने भी मूल्यांकन मानदंड में योगदान दिया ।
निर्णायकों ने छात्रों के असाधारण प्रयासों के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की, और टिप्पणी की कि स्नातक छात्रों द्वारा किए गए विच्छेदन का स्तर वास्तव में आश्चर्यजनक था । अपने जुनून और समर्पण से प्रेरित होकर, छात्रों ने निर्णायक पैनल पर एक अमिट छाप छोड़ी । शीर्ष तीन स्थान तालिका 8ए, तालिका 5 बी और तालिका 10 बी द्वारा क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्राप्त करके सुरक्षित किए गए । पुरस्कार वितरण समारोह में कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ अजय सिंह, डीन (अकादमिक) राजेश मलिक और उप निदेशक (प्रशासन) अजीत कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही । जिन्होंने छात्रों के असाधारण कौशल की सराहना की ।