आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक, एम्स भोपाल ने नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच) द्वारा 5वें संस्करण मानकों के कार्यान्वयन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है । प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य डॉक्टरों, नर्सों और तकनीकी अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना है ।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन एवं एनएबीएच समिति के तत्वावधान में, कार्यक्रम दो बैचों में आयोजित किया जा रहा है, जो कई दिनों तक चलेगा । लगभग 130 सदस्य प्रशिक्षण सत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जिसका नेतृत्व विशेष रूप से एम्स भोपाल के लिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) द्वारा प्रतिनियुक्त प्रसिद्ध संकाय द्वारा किया जाएगा ।

कार्यक्रम का उद्घाटन ज्ञान के मार्गदर्शक प्रकाश के प्रतीक दीप प्रज्ज्वलन समारोह से हुआ, जिसमें कर्नल अजीत कुमार (उपनिदेशक प्रशासन) और शशांक पुरवार (कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक) सहित सम्मानित अतिथि उपस्थित थे ।

समारोह में मुख्य भाषण प्रभारी निदेशक प्रोफेसर बर्था रथिनम ने दिया, जिन्होंने एम्स भोपाल में सर्वोत्तम गुणवत्ता प्रथाओं को लागू करने के महत्व पर जोर दिया ।
बाह्य रोगी विभाग, अन्तः रोगी भर्ती विभाग, सर्जरी और सीजीएचएस लाभार्थियों के लिए विस्तारित सेवाओं जैसे विभिन्न विभागों में मरीजों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि के साथ, संस्थान ने स्वास्थ्य देखभाल वितरण में असम्बद्ध गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर सर्वोपरि ध्यान केंद्रित किया है ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रतिभागियों को सिस्टम के भीतर गुणवत्ता की संस्कृति विकसित करने के लिए सशक्त बनाकर दीर्घकालिक लाभ मिलने की उम्मीद है ।प्रशिक्षित डॉक्टर, नर्स और तकनीकी अधिकारी अब अपने संबंधित विभागों में कड़े गुणवत्ता उपायों के कार्यान्वयन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं । इसके अतिरिक्त, वे सक्रिय रूप से अपने सहयोगियों और कनिष्ठों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी लेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के सिद्धांत पूरे संगठन में अपनाए जाएंगे ।