आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एम्स भोपाल के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग ने कार्यपालक निदेशक अजय सिंह के मार्गदर्शन में एलटी 4 और स्किल लैब, एम्स भोपाल में बेसिक 2डी इकोकार्डियोग्राफी पर एक सीएमई सह कार्यशाला का आयोजन किया । सीएमई ने एक पैक्ड वैज्ञानिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । पूरे देश से लगभग 70 प्रतिनिधियों की उपस्थिति के साथ सीएमई का सफलतापूर्वक समापन हुआ । सीएमई का उद्घाटन एम्स भोपाल के कार्यवाहक निदेशक बर्था एडी रथिनम ने किया । एम्स (दिल्ली), एम्स (बीबीनगर), जेआईपीएमईआर (पांडिचेरी), चित्रा इंस्टीट्यूट (तिरुवनंतपुरम), एएफएमसी (पुणे), धर्मशिला नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (दिल्ली), गांधी मेडिकल कॉलेज (भोपाल) के अतिथि वक्ताओं और अन्य प्रमुख संस्थानों के संकाय सदस्यों और कार्यशाला प्रशिक्षकों ने भाग लिया । पेरिऑपरेटिव अवधि, गंभीर देखभाल, आघात और आपातकाल में ट्रांस थोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी (टीटीई) और ट्रांस एसोफेजियल इकोकार्डियोग्राफी (टीईई) के अनुप्रयोगों पर वैज्ञानिक सत्र आयोजित थे और इन विषयों पर एक जीवंत चर्चा हुई । प्रतिनिधियों ने 2-डी इकोकार्डियोग्राफी, टीटीई और टीईई व्यू और वाल्वुलर हृदय रोगों और फुफ्फुसीय उच्च रक्तचाप के मूल्यांकन पर कौशल प्रशिक्षण के लिए व्यावहारिक कार्यशाला को शैक्षिक और जानकारीपूर्ण पाया |
एम्स भोपाल के कार्यवाहक निदेशक बर्था एडी रथिनम ने इस बात पर जोर दिया कि कार्यशाला के माध्यम से इकोकार्डियोग्राफी द्वारा गंभीर रूप से बीमार रोगियों के मूल्यांकन और प्रबंधन में मूल्यवान नैदानिक जानकारी प्रदान की गई और उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर सीएमई और कार्यशाला आयोजित करने के लिए एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की सराहना की । एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के कार्यवाहक प्रमुख जे.पी. शर्मा ने संकाय और प्रतिनिधियों का स्वागत किया और इस बात पर जोर दिया कि पोर्टेबल इकोकार्डियोग्राफी मशीन के साथ ट्रांसथोरेसिक इकोकार्डियोग्राफी (टीटीई) मरीज़ के हृदय की स्थिति का त्वरित, सुरक्षित और गैर-इनवेसिव मूल्यांकन प्रदान कर सकती है । सीएमई का समापन कार्यक्रम की आयोजन सचिव, एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की अतिरिक्त प्रोफेसर पूजा सिंह के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ ।