नई दिल्ली । ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो 17 सितंबर से किराना सामानों की डिलिवरी बंद कर सकती है। कंपनी ने ऐसा ऑर्डर को पूरा करने से जुड़ी खामियों को देखते हुए किया जिससे ग्राहकों को संतोषजनक अनुभव नहीं मिल रहे थे। इसके साथ ही जोमैटो इस वर्ग से पिछले साल से दूसरी बार बाहर निकली है। कंपनी ने पहली बार, कोविड-19 को देखते हुए पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इस वर्ग में प्रवेश किया था लेकिन अपने फूड डिलिवरी व्यापार के सुधरने के बाद उसने यह वर्ग छोड़ दिया था। उसका मानना है कि ग्रोफर्स में उसके निवेश से अपने खुद के मंच पर किराना सामानों की डिलिवरी सेवा की तुलना में उसके शेयरधारकों के लिए बेहतर नतीजे मिलेंगे। जोमैटो ने ग्रोफर्स में 10 करोड़ डॉलर (करीब 745 करोड़ रुपए) का निवेश किया है। कंपनी ने अपने किराना भागादीरों को भेजे एक ईमेल में कहा कि जोमैटो अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने और अपने व्यापार भागीदारों को वृद्धि के सबसे बड़े अवसर देने में विश्वास करती है। हमें नहीं लगता कि मौजूदा मॉडल हमारे ग्राहकों और व्यापार भागीदारों को इस तरह के लाभ दिलाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। इसलिए कंपनी 17 सितंबर से किराना सामानों की पायलट डिलिवरी सेवा बंद करना चाहती है।