सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारतवर्ष देश की युवा प्रतिभाओं के शोध एवं नवाचार के आधार पर आगामी समय में विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करेगा। समृद्धि का मार्ग शिक्षा से आता है हमारा यह पूरा प्रयास है कि प्रदेश के विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में नवाचार के साथ अपने प्रोजेक्ट्स के माध्यम से प्रदेश एवं देश के विकास में सहयोग करने वाले युवा वैज्ञानिकों को उचित प्लेटफार्म एवं सम्मान दोनों मिले जिससे प्रदेश में विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने के लिए एक इकोसिस्टम तैयार हो।
सृजन कार्यक्रम इसी दिशा में आगे बढ़ने की एक पहल है। उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन के तकनीकी शिक्षा – उच्च शिक्षा एवं आयुष विभाग के मंत्री इन्दर सिंह परमार ने राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नॉलेज रिसोर्स सेंटर में सृजन के लिए आए हुए मॉडल एवं प्रोजेक्ट को चयन करने वाली ज्यूरी को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने सभी ज्यूरी सदस्यों को शिक्षाविद डॉ. धर्मपाल का प्रेरणादायी साहित्य एवं पुष्प देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव त्रिपाठी एवं कुलसचिव प्रो. मोहन सेन सहित सृजन की आयोजन समिति के सदस्य, ज्यूरी मेम्बर एवं प्राध्यापकगण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान करने एवं इमर्जिंग प्रौद्योगिकी आधारित प्रोजेक्ट्स एवं नवाचार युक्त विचारों कोस्टार्टअप में बदलने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से इनोवेट एमपी मिशन के तहत आगामी 10-11 मई को राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 6 श्रेणियों के 1568 प्रविष्टियों में से 150 चयनित प्रविष्टियों की प्रदर्शनी एवं पुरूस्कार वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमे विभिन्न श्रेणियों में 50 से अधिक पुरूस्कार युवा वैज्ञानिकों को प्रदान किये जाएंगे। विश्वविद्यालय में इन्ही प्रविष्टियों के चयन को अंतिम रूप देने हेतु ज्यूरी विश्वविद्यालय पहुंची थी।
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