आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच ऑल फॉर्मेट सीरीज 10 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। 3 टी-20 की सीरीज से दौरा शुरू होगा, इसके बाद 3 वनडे और 2 टेस्ट भी खेल जाएंगे। तीन फॉर्मेट के 8 मैचों के लिए भारत से 31 प्लेयर्स साउथ अफ्रीका जाएंगे। इनमें 16 की उम्र 21 से 29 साल के बीच है।
व्हाइट बॉल स्क्वॉड में 26 प्लेयर्स चुने गए, जिनमें 21 पहली बार वहां वनडे या टी-20 खेलेंगे। टी-20 में तो 17 प्लेयर्स स्क्वॉड का हिस्सा हैं, लेकिन एक ने भी साउथ अफ्रीका में टी-20 नहीं खेला है। जबकि वनडे स्क्वॉड में भी 16 में से 5 ही खिलाड़ियों को यहां खेलने का अनुभव है। हालांकि टेस्ट स्क्वॉड में 9 प्लेयर्स को अफ्रीकन कंडीशंस का एक्सपीरियंस है।
वनडे और टी-20 स्क्वॉड को देखते हुए एक चीज साफ है कि दोनों सीरीज टीम इंडिया के युवा प्लेयर्स के लिए ट्रायल की तरह है। यहां अच्छा करने वाले प्लेयर्स 6 महीने बाद टी-20 वर्ल्ड कप की टीम में भी अपनी दावेदारी मजबूत कर सकते हैं।
टी-20 टीम में 7 की उम्र 26 से कम
टी-20 में 17 प्लेयर्स चुने गए, इनमें एक को भी साउथ अफ्रीका का अनुभव नहीं। 7 की उम्र 21 से 25 साल के बीच है, 5 की उम्र 26 से 29 साल के बीच और 5 प्लेयर्स की उम्र 30 साल से ज्यादा है। सूर्यकुमार यादव टीम की कप्तानी करेंगे। वहीं रवींद्र जडेजा, श्रेयस अय्यर और कुलदीप यादव जैसे 4 ही अनुभवी खिलाड़ी स्क्वॉड का हिस्सा हैं।
सभी प्लेयर्स को टी-20 इंटरनेशनल खेलने का अनुभव जरूर है, लेकिन इनमें भी 7 खिलाड़ी ऐसे हैं जो 15 टी-20 इंटरनेशनल भी नहीं खेल सके। यानी साउथ अफ्रीका के खिलाफ इसी फॉर्मेट में हमारे पास सबसे युवा टीम है और सभी पहली बार ही साउथ अफ्रीका में टी-20 का अनुभव करेंगे। सीरीज के 3 टी-20 मैच 10, 12 और 14 दिसंबर को खेले जाएंगे।
टी-20 सीरीज से तय होगी वर्ल्ड कप टीम की बुनियाद
टी-20 वर्ल्ड कप अगले साल जून में खेला जाएगा। टूर्नामेंट से पहले भारत 6 ही टी-20 खेलेगा, 3 साउथ अफ्रीका में और 3 भारत में अफगानिस्तान के खिलाफ। इंटरनेशनल लेवल पर खिलाड़ियों का आजमाने के बहुत कम मौके हैं और इन्हीं मौकों पर 21 से 29 साल के युवाओं को खुद को बड़े स्टेज के लिए साबित करना होगा।
विराट, रोहित की जगह वर्ल्ड कप में तय; 7 ही स्पॉट खाली
टी-20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में 15 प्लेयर्स ही चुने जाएंगे। जिनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और कुलदीप यादव जैसे सीनियर और अनुभवी प्लेयर्स का रहना कन्फर्म है। क्योंकि टीम इंडिया बड़े टूर्नामेंट में हमेशा से युवाओं के साथ अनुभव को भी मौके देते आई है। केएल राहुल ने अगर IPL में अच्छा परफॉर्म किया तो उन्हें भी अनुभव के आधार पर टीम में चुना जा सकता है।
8 सीनियर प्लेयर्स को छोड़ दें तो वर्ल्ड कप स्क्वॉड में 7 प्लेयर्स की ही जगह खाली नजर आती है। इन पोजिशन के लिए यशस्वी, शुभमन, अर्शदीप, बिश्नोई, तिलक, श्रेयस, अक्षर, ईशान और रिंकू जैसे युवा प्लेयर्स ने प्रभावित किया है। ये खिलाड़ी अगर साउथ अफ्रीका में अच्छा खेले तो वर्ल्ड कप टीम में भी अपनी दावेदारी तय कर सकते हैं।
SA के खिलाफ टी-20 की पॉसिबल प्लेइंग-11: यशस्वी, शुभमन, श्रेयस, सूर्यकुमार, रिंकू, जितेश (विकेटकीपर), जडेजा, कुलदीप/बिश्नोई, अर्शदीप, मुकेश, सिराज।
बेंच- ऋतुराज, ईशान, सुंदर, चाहर, तिलक।
खिलाड़ियों का IPL फॉर्म भी बेहद जरूरी
जून में टी-20 वर्ल्ड कप से पहले भारत में 2 महीने तक IPL खेला जाएगा। वहां परफॉर्म करने वाले खिलाड़ियों को भी वर्ल्ड कप स्क्वॉड में प्राथमिकता दी जा सकती है। ऐसे में युवाओं के लिए जरूरी है कि वे साउथ अफ्रीका दौरे पर अच्छा करने के साथ IPL में भी अपना फॉर्म बरकरार रखें।