रांची: झारखंड के कई जिलों में इन दिनों शीतलहर का असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग की ओर से राज्य के उत्तर पश्चिमी जिले यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन छह जिलों के कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटे के दौरान शीतलहर चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले तीन दिनों के दौरान रात के तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले दो दिनों में इसमें धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी। इस दौरान सुबह में धुंध के बाद आसमान के मुख्यतः साफ और मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है। राज्य में कड़ाके की ठंड को देखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के सभी स्कूलों को 15 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।

रांची के आसपास के कई इलाकों में घास पर ओंस की बूंदे जम जा रही

राज्य में दो-तीन दिनों से ठंड का खासा असर देखा जा रहा है। रांची से सटे कांके के कुछ इलाके में सुबह में घास पर ओंस की बूंदे बर्फ की तरह जम जा रही है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों की ओर से ये दावा किया जा रहा है कि रात में न्यूनतम तापमान गिर कर 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है। वहीं मौसम विभाग की ओर से राज्य में रविवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान डालटनगंज का 4.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रांची का न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री, जमशेदपुर का 10.0, बोकारो का 7.1, चाईबासा का 8.2 डिग्री, देवघर का 7.9 डिग्री, गिरिडीह का 8.2 डिग्री, खूंटी का 4.2 डिग्री, रामगढ़ का 8.4 डिग्री और सिमडेगा का 5.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं इन जिलों का न्यूनतम तापमान 22 से लेकर 28 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया। सबसे अधिक तापमान चाईबासा में 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कई स्थानों पर शीतलहर का असर,अभी ठंड से राहत नहीं

राज्य में कई स्थानों पर पिछले 24 घंटे में शीतलहर की स्थिति देखने को मिली। अगले पांच दिनों में रांची और आसपास के क्षेत्रांे में न्यूनतम तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संीाावना है। इस दौरान सुबह में धुंध के बाद आसमान मुख्यतः साफ रहेगा।

बढ़ी ठंड को लेकर कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था

राज्य में बढ़ती ठंड को लेकर विभिन्न जिलों में स्थानीय प्रशासन की ओर से अलगाव की व्यवस्था की जा रही है। रांची के भी सभी प्रमुख स्थानों और चौक-चौराहों में अलाव की निरंतर व्यवस्था की जा रही है। गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच प्रशासन की ओर से कंबल का भी वितरण किया जा रहा है।