सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मंत्रालय सभागार उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान भोपाल और अखिल विश्व गायत्री परिवार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष बैठक में यज्ञ अनुष्ठान पर आधारित वैज्ञानिक शोध कार्यों का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में “भारतीय ज्ञान परंपरा” के महत्वपूर्ण पहलू—यज्ञ अनुष्ठान—को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखने वाले 27 शोधार्थियों और वैज्ञानिकों की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गईं।


प्रतिवेदन में भस्म, जल, वायु, मृदा, सामाजिक स्वास्थ्य एवं ध्वनि पर यज्ञ के प्रभावों का विश्लेषण किया गया है। यह शोध जनवरी 2025 में रायसेन जिले के मंडीदीप स्थित औद्योगिक क्षेत्र में आयोजित विराट 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के दौरान संपन्न हुआ, जिसमें आमजन शक्ति संवर्धन को केंद्र में रखा गया था। शोधकार्य विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानों के समन्वय में किया गया, और इसके निष्कर्ष अत्यंत उत्साहवर्धक एवं वैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण बताए गए हैं।


कार्यक्रम में उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान के निदेशक प्रज्ञेश अग्रवाल, संस्थान के प्राध्यापकगण, गायत्री परिवार के पदाधिकारीगण, सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि एवं शोधार्थी विद्यार्थी उपस्थित थे। यह अध्ययन भारतीय ज्ञान परंपरा में समाहित विज्ञान को वैश्विक स्तर पर पुनर्परिभाषित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।

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