आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत में चल रहे वनडे वर्ल्ड कप में इस समय दो तरह की रेस चल रही है। एक रेस है टॉप-4 की। इसमें जगह बनाने वाली टीमें टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचेगी। वहीं, दूसरी रेस चल रही है टॉप-8 की। इसमें जगह बनाने वाली टीमें 2025 में होने वाले ICC चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी भागीदारी तय करेंगी।

इंग्लैंड की टीम शुरुआती 7 में से 6 मुकाबले हारकर 10वें स्थान पर चल रही थी। वह सेमीफाइनल की रेस से तो बाहर हो ही चुकी है, उस पर चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने का खतरा भी मंडरा रहा था। हालांकि, नीदरलैंड के खिलाफ जीत ने इंग्लैंड की सांसें लौटा दी हैं। बुधवार की जीत के बाद इंग्लैंड नंबर-7 पर पहुंच गया।

चैंपियंस ट्रॉफी की क्वालिफिकेशन प्रोसेस क्या है?

2025 में चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में खेली जाएगी। इसमें पिछली बार (2017) की तरह 8 टीमें हिस्सा लेंगी। ये टीमें वर्ल्ड कप 2023 के पॉइंट्स टेबल के आधार पर तय होनी है। यानी वर्ल्ड कप में लीग स्टेज के मुकाबले खत्म होने के बाद पॉइंट्स टेबल के टॉप-8 पोजिशन पर फिनिश करने वाली टीमें ही चैंपियंस ट्रॉफी खेल सकेंगी।

पाकिस्तान टूर्नामेंट का मेजबान है, अगर वह पॉइंट्स टेबल में 10वें नंबर पर रहता तब भी वो चैंपियंस ट्रॉफी खेलता। इस सिचुएशन में पाकिस्तान के अलावा पॉइंट्स टेबल के टॉप-7 पोजिशन पर रहने वाली टीमें क्वालिफाई करतीं। लेकिन अभी की सिचुएशन में पाकिस्तान टॉप-6 में ही फिनिश कर रहा है, इसलिए पॉइंट्स टेबल के टॉप-8 में रहने वाली सभी टीमें चैंपियंस ट्रॉफी खेलेंगी।

6 टीमें क्वालिफाई कर चुकीं

भारत, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की टीमें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं। ये टीमें अब पॉइंट्स टेबल में छठे नंबर से नीचे नहीं पहुंच सकती हैं। क्योंकि इन 6 टीमों के 8 से ज्यादा पॉइंट्स हैं और बाकी 4 टीमों के फिलहाल 4-4 पॉइंट्स हैं।

2 स्पॉट के लिए 4 टीमें रेस में

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बचे 2 स्पॉट के लिए वर्ल्ड कप खेल रहीं 4 टीमों में रेस है। इनमें 2019 की वर्ल्ड कप विनर इंग्लैंड, बांग्लादेश, श्रीलंका और नीदरलैंड शामिल हैं। चारों टीमों के इस वक्त 4-4 पॉइंट्स हैं और सभी का 1-1 मैच ही बाकी है। आखिरी मैच जीतने वाली टीम के 6 पॉइंट्स होंगे, अगर सभी टीमें अपना आखिरी मैच जीत गईं, तो बेहतर रन रेट रखने वाली 2 टीमें क्वालिफाई कर जाएंगी। वहीं आखिरी मैच हारने वाली टीम के क्वालिफाई नहीं कर पाने के चांस ज्यादा हो जाएंगे।

पॉइंट्स टेबल में फिलहाल इंग्लैंड नंबर-7, बांग्लादेश नंबर-8, श्रीलंका नंबर-9 और नीदरलैंड नंबर-10 पर है। 4-4 पॉइंट्स होने के बाद बावजूद टीमों की रैंकिंग नेट रन रेट में अंतर होने के कारण अलग-अलग हैं। इसलिए टीमों को आखिरी मैच में बड़े अंतर से जीत चाहिए ताकि उनका रन रेट बाकी टीमों से कम न हो।

टीमों को क्वालिफाई करने के लिए क्या करना होगा?

नीदरलैंड- 12 नवंबर को बेंगलुरु में टीम का आखिरी मैच भारत से होगा। इस मुकाबले को जीतने पर टीम के 6 पॉइंट्स होंगे, यहां टीम चाहेगी कि बांग्लादेश, श्रीलंका और इंग्लैंड में से कोई 2 टीमें अपना आखिरी मैच हार जाएं। इस सिचुएशन में टीम 6 पॉइंट्स के साथ 7वें या 8वें नंबर पर रहेगी और क्वालिफाई कर जाएगी। भारत से हारने पर टीम बाहर हो जाएगी, क्योंकि बाकी 3 टीमों के मुकाबले नीदरलैंड का रन रेट सबसे खराब है।

बांग्लादेश- 11 नवंबर को पुणे में टीम का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा। इस मुकाबले को जीतने पर टीम के 6 पॉइंट्स होंगे, यहां टीम चाहेगी कि नीदरलैंड, श्रीलंका और इंग्लैंड में से कोई 2 टीमें अपना आखिरी मैच हार जाएं। इस सिचुएशन में बांग्लादेश 6 पॉइंट्स के साथ 7वें या 8वें नंबर पर रहेगा और टीम क्वालिफाई कर जाएगी। ऑस्ट्रेलिया से हारने पर टीम चाहेगी कि बाकी 3 टीमें भी अपना-अपना मैच हार जाएं, क्योंकि बांग्लादेश इस वक्त रन रेट के कारण 8वें नंबर पर है और इस पोजिशन पर रहकर टीम क्वालिफाई कर जाएगी।

श्रीलंका- 9 नवंबर (आज) को बेंगलुरु में टीम का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। इस मुकाबले को जीतने पर टीम के 6 पॉइंट्स होंगे। यहां टीम चाहेगी कि बांग्लादेश, नीदरलैंड और इंग्लैंड में से कोई 2 टीमें अपना आखिरी मैच हार जाएं। इस सिचुएशन में टीम 6 पॉइंट्स के साथ 7वें या 8वें नंबर पर रहेगी और क्वालिफाई कर जाएगी। न्यूजीलैंड से हारने पर टीम क्वालिफाई नहीं कर सकेगी, क्योंकि श्रीलंका इस वक्त पॉइंट्स टेबल में 9वें नंबर पर है और ये पोजिशन क्वालिफाई करने के लिए काफी नहीं है।

इंग्लैंड- 11 नवंबर को कोलकाता में टीम का मुकाबला पाकिस्तान से होगा। इस मुकाबले को जीतने पर टीम 6 पॉइंट्स के साथ क्वालिफाई कर जाएगी, क्योंकि उसका रन रेट बाकी 3 टीमों से ज्यादा है। पाकिस्तान से हारने पर टीम चाहेगी कि बांग्लादेश, श्रीलंका और नीदरलैंड में से कोई 2 टीमें अपना-अपना मैच हार जाएं, क्योंकि इस सिचुएशन में एक ही टीम 6 पॉइंट्स के साथ 7वें नंबर पर आ पाएगी, जबकि इंग्लैंड 8वें नंबर पर रहकर क्वालिफाई कर जाएगा।