आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर, कोच और स्पोर्ट्स-18 के क्रिकेट एक्सपर्ट अभिषेक नायर का मानना है कि शुभमन गिल वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का ट्रंप कार्ड साबित होंगे। इतना ही नहीं, वे टूर्नामेंट में टॉप स्कोरर भी रहेंगे।

अभिषेक के मुताबिक भारतीय टीम हर मायने में संतुलित है और वर्ल्ड कप जीतने में सक्षम है।

वर्ल्ड कप से पहले अभिषेक ने दैनिक भास्कर से वर्ल्ड कप से जुड़े पहलुओं पर खास बातचीत की। आप भी पढ़िए।

भास्कर के सवालों पर अभिषेक के जवाब…

सवाल- वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को कैसे देखते हैं?

जवाब- भारतीय चयनकर्ताओं ने जो टीम चुनी है वह वर्ल्ड कप जीतने में सक्षम है। टीम हर लिहाज से संतुलित है। सभी खिलाड़ी फॉर्म हासिल कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले देखें तो बैटर रन बना रहे हैं और वहीं फास्ट बॉलर भी विकेट निकाल रहे हैं।

एशिया कप में भी टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया। श्रीलंका में भी भारतीय बल्लेबाजों ने रन बनाए और तेज गेंदबाजों सहित स्पिनरों ने विकेट निकाले।

सवाल- फिलहाल, अक्षर चोटिल हैं और उनके आखिरी वनडे में खेलने पर संशय है। ऐसे में क्या रविचंद्रन टीम में शामिल किए जाएंगे?

जवाब- यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि वे किस दिशा में सोच रहे हैं। काफी चीजें अक्षर पटेल के फिटनेस पर निर्भर करेंगी। उसके बाद अश्विन को टीम में जगह मिली। अश्विन ने इस मौका पूरा फायदा भी उठाया। अब टीम मैनेजमेंट में दुविधा में होगी।

अगर अश्विन टीम में होते हैं, तो अच्छा होगा। आपको ऑफ स्पिनर के रूप में एक अनुभवी गेंदबाज मिलेगा। वे राइट और लेफ्ट हैंडर बैट्समैन दोनों को अपनी गेंदबाजी से परेशान कर सकते हैं। यदि अक्षर पटेल फिट होते हैं, तो मैनेजमेंट को उन पर भरोसा कायम रखना चाहिए।

सवाल- राहुल, अय्यर, सूर्या और किशन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में प्लेइंग-11 को चुनना कितना कठिन होगा?

जवाब- यदि आपको यह सोचना पड़ रहा है कि किसे चुने और किसे ड्रॉप करें तो यह अच्छा संकेत है, क्योंकि टीम के सभी खिलाड़ी फॉर्म में हैं और मौका मिलने पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।

इसलिए मैं भारतीय टीम को वर्ल्ड कप का फेवरेट मान रहा हूं। अब आपके पास विकल्प है कि आप ग्राउंड के कंडीशन और विपरीत टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी को देखकर प्लेइंग चुन सकते हैं।

सवाल- वर्ल्ड कप डेढ़ महीने से ज्यादा चलेगा, टीमों को बहुत ज्यादा ट्रेवल करना है। इससे कितना फर्क पड़ेगा?

जवाब- देखिए IPL में भी ऐसा ही शेड्यूल होता है। सभी प्रोफेशनल हैं और इसके आदि हो चुके हैं। मेरा मानना है कि टीमें चाहती हैं कि आपके स्कॉड में शामिल सभी खिलाड़ी फिट और फॉर्म में रहें, ताकि खिलाड़ियों को बीच-बीच में रेस्ट दिया जा सके और टीम के प्रदर्शन पर भी फर्क न पड़े।

मुझे लगता है कि इस लिहाज से भारतीय टीम काफी संतुलित है। जिसका फायदा भारतीय टीम को मिलेगा।

सवाल- आपने दिनेश कार्तिक और वेंकटेश अय्यर जैसे कई खिलाड़ियों को फार्म में वापसी करने में मदद कर की हैं। किसी खिलाड़ी की कमी का पता लगाना और उसका समाधान करना कितना चैलेंजिंग है? जवाब- इसके लिए आपको खिलाड़ी से बात करना होता है। सबसे बड़ा चैलेंज उनके मानसिक लेवल को जानना और उसके बाद उनके स्किल को जानना और समझना होता। उसकी ताकत और कमजोरियों को समझना होता।

जब आपको ये सब पता चल जाता है तो उसके बाद उनकी समस्या को दूर करने पर काम करना होता है। यह सब इतना आसान नहीं होता है, बल्कि प्लेयर्स के साथ महीने, दो महीने यहां तक की साल-दो साल तक बिताने पड़ते हैं। तब जाकर आपके साथ उसका भरोसा कायम होता है। तब जाकर आपके पास सुझाव होता है।