सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन के बीच मंगलवार को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का दूसरा गेम ड्रॉ रहा। लिरेन ने 25 नवंबर को पहले गेम में गुकेश को हरा दिया था। 14 गेम तक चलने वाले मुकाबले में लिरेन का स्कोर 1.5 और गुकेश का 0.5 है।
फिडे वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 सिंगापुर में जारी है। इमसें 14 गेम खेले जाएंगे। यह 12 दिसंबर तक चलेगा। जरूरत पड़ने पर ट्राईब्रेकर मुकाबला खेला जाएगा, जो 13 दिसंबर को होगा।
वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के इतिहास में पहली बार ऐसा है कि दो एशियाई खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं।
फाइनल मुकाबले में 14 राउंड होंगे फाइनल में 14 राउंड होंगे, जरूरत पड़ने पर टाईब्रेकर भी होगा। गुकेश और डिंग को एक गेम जीतने पर 1 पॉइंट और एक ड्रॉ पर 0.5 पॉइंट मिलेगा। चैंपियनशिप जीतने के लिए 7.5 पॉइंट की जरूरत है। अगर स्कोर 14 राउंड बाद टाई रहता है, तो फास्टर टाइम कंट्रोल के साथ टाईब्रेकर्स के जरिए विजेता घोषित किया जाएगा।
गुकेश पर नजरें, जीते तो वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे इस मुकाबले में सभी की नजरें युवा डी गुकेश पर होंगी, यदि वे वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को मात देने में कामयाब हो जाते हैं, तो वर्ल्ड चैंपियन बन जाएंगे। वे ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। विश्वनाथन आनंद 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैं।
गुकेश ने अप्रैल में टोरंटो में कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीता था। वे ऐसा करने वाले सबसे युवा (17 साल) खिलाड़ी बने थे। गुकेश से पहले रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने 1984 में सबसे कम उम्र 22 साल में यह टूर्नामेंट जीता था।
कौन हैं डी गुकेश डी गुकेश का पूरा नाम डोमाराजू गुकेश है और वे चेन्नई के रहने वाले हैं। गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी।
नागैया इंटरनेशनल स्तर के चेस खिलाड़ी रहे हैं और चेन्नई में चेस के होम ट्यूटर हैं। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्ट हैं।
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