भोपाल । विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि हमारा भारतीय विज्ञान बहुमूल्य है और  वर्तमान समय में विज्ञान को बहुत महत्व मिला है।  मंत्री सखलेचा शनिवार को इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन शाला में विज्ञान साहित्य उत्सव संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।

श्री सखलेचा ने कहा कि आज का युग वास्तव में विज्ञान का ही युग है। आज हम बुलेट ट्रेन की गति से विज्ञान में आगे बढ़ रहे हैं। विज्ञान का साथ पाकर हम आत्म-निर्भरता की ओर भी बढ़ रहे हैं। यदि आत्म-निर्भर होकर विकास करना है तो विज्ञान आधारित व्यवस्था का विकास भी करना होगा। विकास के लिये भारतीय विज्ञान और साहित्य को पुनर्जीवित करना होगा। उन्होंने कहा कि ज्योतिष विज्ञान की शुरूआत भारत से हुई और इसकी गणित को सबसे पहले हमारे भारतीय वैज्ञानिकों ने जाना। ये हमारा कर्त्तव्य है कि हम विज्ञान को नए दृष्टिकोण से देखें। विज्ञान के साथ भारतीय सोच को भी विकसित करें।

मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि यह हमारा मौलिक अधिकार है कि हम विज्ञान को बढ़ावा दे। विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने कहा कि विज्ञान साहित्य उत्सव का उद्देश्य आजादी का अमृतमहोत्सव मनाने के साथ ही आजादी के दौर में वैज्ञानिकों की विशेष भूमिका जानने का भी है।

विज्ञान भारती मालवा प्रांत के राज्य सचिव प्रजातंत्र गंगेले, एसजीएसआईटीएस के निदेशक डॉ. राकेश सक्सेना, शिक्षाविद सुश्री इंदु पाराशर तथा प्रख्यात पर्यावरणविद डॉ. ओ.पी. जोशी ने विज्ञान के इतिहास तथा साहित्य पर अपने विचार रखे।